महात्मा गांधी को मारना विचारधारा की देन!
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महात्मा गांधी के मारना ब्राह्मणी विचारधारा की देन थी, महात्मा गांधी को मुसलमान का हमदर्द हिंदुओं के खिलाफ होने की मनोदशा के कारण नाथूराम गोडसे ने कत्ल किया था। पाकिस्तान भारत बटबारे को लेकर नहीं मारा था,बल्कि उस समय गांधी से डा0अंबेडकर ने कहा था,कि इन गरीबों के साथ अन्याय पहले बहुत हो चुका है,अब थोडा इन पर रहम करो।
डा0अंबेडकर ने बेमन से यरबदा जेल में पूना पैक्ट समझौता किया, क्योंकि यदि ऐसा नहीं करते, तो सर्वण हिंदू अछूतों को मारते पीटते घर जलाते इस मानसिक दबाव में डा0अंबेडकर ने गांधी से पूना पैक्ट समझौता किया था। समझौता के बाद गांधी ने उपबास तोड़ा था।जो भी आपका जीवन बचा उसे अछूतों की भलाई में लगाये,गांधी ने वचन भी दिया, परंतु सर्वण हिंदू इससे सहमत नहीं थे, इसलिए महात्मा गांधी को गोली मारी गई थी,परिणाम स्वरूप गांधी की मौत हुई।
यरबदा जेल में डा0अंबेडकर गांधी के साथ हुई बातचीत का यह भी एक सत्य पहलू है। डा0 अंबेडकर जी ने गांधी जी से कहां कि हमारे लोग बहुत पहले बहुत अपमान झेल रहे है,अन्याय मत करो, न कराओ। यह गांधी के दिल में घर कर गया। आज हम आपकी बात मानकर हम आपकी जान बचा रहे है। लेकिन आज के बाद से आप हमारे लोगों की लड़ाई लडनी होगी। तो गांधी ने बादा कर लिया। इससे सर्वण डर गये,इसको लेकर कट्टर हिंदू ने गोरखधाम मंदिर में मीटिंग बुलाई और बहां यह षड्यंत्र रचा गया।उस समय की बहुत बढ़ी साजिश था। जो आज भी ओबीसी एसटी एससी के साथ ठगी का खेल तब से लेकर आज तक चल रहा है। यह दुर्भाग्य है,
गांधी इस दिशा में काम करने की योजना बनाने लगे।यह सर्वण हिंदूओं को अच्छा नहीं लगा,और गोरखधाम मंदिर गोरखपुर में कट्टर हिंदूओं की मीटिंग हुई। मीटिंग में नाथूराम गौडसे ने गांधी के मारने की कसम खाई,और गोरखधाम मंदिर के महंत ने अपनी पिस्तौल गौडसे को दे दी। पिस्तौल की चोरी की FIRकरा दी। भारत के सभी बढ़े नेता जान गए कि अब देश का कोई बढ़ा नेता मरेगा। लेकिन महात्मा गाँधी होंगे यह किसी को भनक भी नहीं लगी।
सर्वण हिंदू इन बहुजनों को हिस्सेदारी न मिले, इसके लिए समय समय पर यह षड्यंत्र करते है। उस कट्टर हिंदू मीटिंग का यह भी एजेंडा था,कि कभी सत्य सामने न आये,और गांधी की मौत को हिंदू मुसलमानी का रूप दिया गया।आज भी बहुजन इनके षड्यंत्रों से बच नहीं पा रहा है और बहुजन इनकी चाल समझने में नकामयाव है। जाल में फसता ही जा रहा है।
1992 का एक ताजा उदाहरण ओबीसी को बताते है। जब बीपी सिंह सरकार ने मंडल कमीशन लागू किया,तो सर्वण हिंदूओं ने एक दम राजा रामचंद्र को तुम्हारा भगवान बना दिया और तुमने मान लिया। अपने बच्चों के साथ अन्याय करके ओबीसी को क्या मिला,ऐसे षड्यंत्रों पहचानों,जो हिंदूबाद राष्ट्रबाद नहीं है,तुम्हें सत्ता से बेदखल अधिकारों से बंचित करना है।
आओ खुद नेतृत्व करने की दिशा में लेबर पार्टी आफं इंडिया के साथ आओ हम तुम्हें अधिकार और सत्ता और आजादी देने को तुम्हें पूरा तैयार करेंगे,आप खुद छीन लो,जागो नब्बे जागो, सत्ता पर कब्जा करो।
रूमसिहं राष्ट्रीय अध्यक्ष लेबर पार्टी आंफ इंडिया