🔴 देश ने खोया दूरदर्शी नेता और अद्वितीय अर्थशास्त्री – डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि
"मैं इस बड़ी कुर्सी के लिए छोटा आदमी हूं।"
ये विनम्र शब्द डॉ. मनमोहन सिंह जी की सादगी और महानता को दर्शाते हैं। भारत के आर्थिक सुधारों के नायक, उदारीकरण के पितामह, और जनकल्याणकारी योजनाओं के सर्जक डॉ. सिंह ने 92 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली।
👉 उनकी अमूल्य उपलब्धियां:
1️⃣ 1991 का आर्थिक सुधार: लाइसेंस राज खत्म कर भारत को वैश्विक बाजार में खोला।
2️⃣ मनरेगा (2005): ग्रामीणों को रोजगार का अधिकार दिया।
3️⃣ सूचना का अधिकार (RTI): जनता को सरकारी सूचना पाने का अधिकार।
4️⃣ परमाणु करार (2006): भारत को एक परमाणु शक्ति के रूप में मान्यता दिलाई।
5️⃣ आधार (2009): हर नागरिक को एक डिजिटल पहचान दी।
6️⃣ शिक्षा का अधिकार (RTE): बच्चों के लिए निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान।
🕊️ दुनिया में भारत की आवाज़:
बराक ओबामा ने कहा था, "जब मनमोहन बोलते हैं, तो दुनिया सुनती है।" उन्होंने भारत को आर्थिक और वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित किया।
📜 देश का मन मौन:
डॉ. सिंह को राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी जाएगी।
केंद्र सरकार ने सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
🔹 कांग्रेस का संदेश:
डॉ. मनमोहन सिंह जी का योगदान भारत की आर्थिक और सामाजिक बेहतरी में अमूल्य है। वे नैतिकता, ईमानदारी और दूरदर्शिता के प्रतीक थे।
🙏 आप कम बोलते थे पर आपके काम की गूंज पूरे विश्व में सुनाई देती थी।आपकी सादगी और कर्मों से प्रेरणा लेते रहेंगे।
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