सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पार्टी सर्व धर्म समभाव में विश्वास करती है।

 


*विजन डॉक्यूमेंट*

  *बहुजन विकास पार्टी* 

दोस्तों, बहुत वर्षों से देख रहे हैं कि हमारे बहुजन के नेता शुरुआत तो बाबा साहब के आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए और बहुजन का भविष्य बनाने के लिए करते हैं, लेकिन  कुछ दिनों बाद ये सारे बहुजन को एकत्र करके, गुमराह करके किसी पार्टी से सेटिंग करके सारे वोटों का सौदा कर लेते हैं या अपनी शक्ति के घमंड में कोई ऐसा भ्रष्टाचार कर लेते हैं और उससे दो नंबर का पैसा कमा लेते हैं। फिर उसको बचाने के लिए सरकार से समझौता करते हैं और पूरे बहुजन वोटों को उस पार्टी को जीताने के लिए इस्तेमाल करते हैं।


कुछ नेता तो भोले-भाले युवकों को भड़काकर दंगे करवा देते हैं और बहुजन युवकों पर बहुत सारे मुकदमे लगवा देते हैं और बाद में उनकी ना तो पैरवी करते हैं और ना ही उनसे मिलने जाते हैं। वह बेचारे गरीब, लाचार बहुजन सजा काटकर ही जेल से बाहर आते हैं। अब आप बताइए कि ऐसी राजनीति का क्या लाभ मिला बहुजन को? केवल वह नेता हम बहुजनों की लाशों पर राजनीति करके अपना घर भर लेते हैं। 

चंद्रशेखर जी ने उकसा कर और उत्पात मचाकर भारत में हजारों युवकों पर मुकदमे लगवा दिए लेकिन उनको सपोर्ट नहीं किया, जिससे उनको जेल काटनी पड़ी।

 अभी-अभी तमिलनाडु में बीएसपी के प्रदेश अध्यक्ष की कुछ गुंडों ने हत्या कर दी, उनका परिवार अनाथ हो गया, परंतु बीएसपी की अध्यक्ष मायावती जी ने अभी तक उनके परिवार की कोई आर्थिक सहायता नहीं की। इससे पार्टी में काम करने वाले कार्यकर्ताओं का मनोबल गिर जाता है।


अगर ये नेता पार्टी बनाते हैं और जो लोग इनको सपोर्ट करते हैं, जिनकी वजह से ये नेता बनते हैं, जिनकी वजह से पार्टी सत्ता में आती है, तो जब उनके साथ कोई दुर्घटना हो जाती है, तो ना तो वह नेता और ना ही पार्टी उनके परिवार के साथ नजर आते हैं। 

दोस्तों, आप देख रहे हैं कि मायावती जी पूरे भारतवर्ष में बीजेपी को जिताने के लिए बीएसपी को खत्म कर रही हैं और बहुजनों की आशाओं पर और उनके भविष्य पर सीधा प्रहार कर रही हैं। तो बताइए, ऐसे में बीएसपी का होने का क्या औचित्य बचता है? तो अब हम बहुजन बीएसपी को वोट क्यों दें?


दूसरी तरफ, आजाद समाज पार्टी काशीराम के अध्यक्ष चंद्रशेखर जी ने अभी एमपी बनकर लोकसभा में जाने पर दूसरे ही दिन विरोधी पार्टी बीजेपी के स्पीकर से अपने लिए संरक्षण मांगा है और कहा है कि मुझे पहले भी जब मुसीबत आई थी तो मैं आपके पास आया था और आपने पहले भी मेरा संरक्षण किया था। तो दोस्तों, सोचने का विषय यह है कि चंद्रशेखर साहब ने आजाद समाज पार्टी बहुजनों की रक्षा के लिए बनाई है या बीजेपी से खुद अपनी हिफाजत के लिए संरक्षण मांगने के लिए? जिस पार्टी का अध्यक्ष ही एमपी होते हुए भी भरी लोकसभा में विरोधी पार्टी के अर्थात सत्ता पार्टी के स्पीकर से अपने लिए संरक्षण मांग रहा है, तो यह गरीब बहुजन, कमजोर बहुजन उस पार्टी और उस नेता से अपनी सुरक्षा की कैसे आशा कर सकते हैं? अभी तक चंद्रशेखर जी ने दलितों के, बहुजनों के बच्चों को मरवाया पिटवाया ही है और उनके ऊपर मुकदमे ही लगवाए हैं और अब भी उनको केवल अपनी सुरक्षा की ही चिंता है। 

तो आप यह बताइए कि यह लाचार बहुजन किसकी शरण में जाएं, क्योंकि बहुजनों की पार्टियां तो विरोधी पार्टियों की यानी सत्ता धारी पार्टियों की शरण में रहती हैं और गांव देहात में हमारे लोगों के ऊपर जातिवादियों द्वारा, मनुवादियों द्वारा, दबंगों द्वारा प्रतिदिन बलात्कार, शोषण, हत्याएं और डकैतियां हो रही हैं और उनकी रिपोर्ट भी नहीं लिखी जा रही है। बहुजनों को पुलिस की सुरक्षा में बीच रोड पर मरवाया जा रहा है। मुस्लिम भाई हमेशा डरे-सहमे रहते हैं। उनको मारने को हिंदू बहाने ढूंढते रहते हैं। हम बहुसंख्यक होते हुए भी उनको नहीं बचा पा रहे हैं। क्यों? क्योंकि हमारी बहुजन पार्टियां और उनके नेता तो अपने स्वार्थ में  उदासीन बनकर हत्यारो की ही सहायता कर रहे हैं। 

हमारे चंद्रशेखर साहब वहां जाते हैं, लेकिन आज तक किसी भी केस में दलितों के पक्ष में, बहुजनों के पक्ष में, मुसलमानों के पक्ष में कोई भी परिणाम नहीं आया।

एक ओर नेता पैदा हुए है चिराग पासवान जी जो वोट तो दलितों होने के नाम पर मांगते है लिकिन साथ वे भी मायावती की तरह बीजेपी का हो देते है।खूब पूजा पाठ करते है ।हाथो में ढेर सारे धागे ओर माथे पर सबसे बड़ा तिलक लगाते है ।वे। बाबा साहब के हमेशा ही विरुद्घ रहते है बताइए उनसे दलित बहुजन क्या उम्मीद कर सकता है। जो बीजेपी की बहुजन विरोधी बातों का भी समर्थन कर रहे है।बिहार का पासवान खुद ठगा महसूस कर रहा है कि हमने बीजेपी के चमचे को जिता दिया ।

इन सब जुल्मों का केवल एक ही कारण है कि हम बस बहुजन नेता के सहारे बैठे रहते हैं, जो पहले ही बिका हुआ है। हम सब भाई भाई होते हुए भी आपस में भाई-भाई की तरह मिलकर नहीं रहते इसलिए हमें लगातार मारा जा रहा है। इस तरह से इस गरीब बहुजन समाज का रखवाला कौन बनेगा? 

दोस्तों, हम भारत के बहुत सारे दलित, पिछड़े और मुस्लिम, मिशनरी, सीनियर, अनुभवी और ईमानदार बहुजन के चिंतक भाइयों ने अनेक बार मीटिंग की और उनमें बहुजनों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, सुरक्षा और सम्मान बचाने के विषय में विचार किया। हम अब भी सोच रहे थे कि ये हमारे बहुजन नेता शायद सुधर जाएंगे क्योंकि अब तो इनका पेट भर गया है, शायद अब इनको बहुजनों का दुख-दर्द भी दिखाई देने लगे। लेकिन ना तो ऐसा होना था और ना ही ऐसा हुआ। ये हमारे नेता दिन प्रतिदिन बहुजन के प्रति उदासीन ही रहे और बहुजन रोता रहा, चिल्लाता रहा। दोस्तों, अपने बहुजन परिवार को कोई कैसे इस दीन-हीन हालत में देखकर भी चुप रह सकता है? हम देख रहे हैं कि जिस समाज में हम रहते हैं, जिस समाज में हम पैदा हुए हैं, उसमें 80 % लोगों के पास खाने के भी इंतजाम नहीं हैं। पढ़ाई-लिखाई, सुरक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सम्मान तो बहुत दूर की बात है।

इसलिए हमने यह विचार किया कि ये बहुजन नेता तो सुधरने वाले नहीं हैं और हमारे पास इन्हें सुधारने का कोई उपाय भी नहीं है। ये नेता तानाशाह हो गए हैं। कोई इनके सामने समाज की दुर्दशा का बयान भी नहीं कर सकता। जो भी ऐसा करने का साहस भी  करता है  ये उसे पार्टी से ही निकाल देते हैं  ।तो जनता की आवाज इन तक पहुंचकर भी दब जाती है। इसलिए हमने एक ऐसी राजनीतिक पार्टी का गठन करने का निर्णय लिया जो अब तक की बहुजन पार्टियों के द्वारा की गई उदासीनता, उपेक्षा से बदहाल हुए दलित, पिछड़े और मुस्लिम बहुजनों को जीवन की संविधान सम्मत मूलभूत सुविधाएं देकर सम्मान का जीवन देने के लिए संघर्ष करें।ओर आप सब के सहयोग से सत्ता प्राप्त करके बहुजनो को सुरक्षा ओर सम्मान दिलाए ।


दोस्तों, हमारी पार्टी का नाम *बहुजन विकास पार्टी* रखा गया है। बहुजन विकास पार्टी उत्पात की राजनीति नहीं करेगी। हमारी पार्टी के कार्यकर्ता उपद्रवी नहीं होंगे। हमारा एक मात्र लक्ष्य दलितों, पिछड़ों और मुस्लिमों में भाई-भाई का रिश्ता बनाकर संगठित करना होगा। मनुवादियों को गाली देना या भड़काऊ भाषण देकर वाहवाही लूटने का काम नहीं किया जाएगा। भारत के समाज में भाईचारा बनाने के लिए हम रात-दिन काम करेंगे।


दोस्तों, आज जो हमारे लोगों पर खतरा बना हुआ है, उसका एक मात्र समाधान हम सब बहुजन को भाई-भाई बनकर रहना ही है। जब हम भाई-भाई हो जाएंगे तो हम 100 में से 85 हो जाएंगे और आपके एक साथ होने से ही आज हम पर हमला करने वाले हमलावर हमारे ऊपर तो क्या हमले करेंगे बल्कि वे खुद अपनी सुरक्षा की चिंता करने लगेंगे। जब कोई किसी का शोषण नहीं करेगा तो हमारे भारत देश के विकसित होने में कोई रुकावट नहीं होगी।

 हम 'जियो और जीने दो' की नीति पर चलेंगे। अपनी एकता का भी हम घमंड नहीं करेंगे। हम शांति स्थापित करना चाहते हैं और उसके लिए हमारा भाई भाई बनकर रहना जरूरी है। दोस्तों, संगठित और शक्तिशाली समाज के ऊपर कभी अत्याचार नहीं होते।


दोस्तों, अब मैं आपको *बहुजन विकास पार्टी* की कुछ विशेषताएं बताता हूं:

- पहली तो मायावती जी की तरह हम पार्टी कार्यकर्ताओं को अकेला न छोड़कर संकट में  हमेशा आर्थिक सुरक्षा देंगे।

- दूसरी बात, हमारी पार्टी दंगे बाजी नहीं करेगी। फिर भी आंदोलन के समय किसी साथी पर कोई मुकदमा बन गया तो पार्टी उनके केस लड़ेगी। फिर भी किसी साथी को सजा हो गई तो जेल में रहने की अवधि में उनके परिवार को भरण-पोषण के लिए प्रति माह आर्थिक सहायता दी जाएगी।

- तीसरी बात, पार्टी की गतिविधियों में विरोधियों द्वारा यदि हमारी पार्टी के किसी साथी की हत्या की जाती है तो बहुजन विकास पार्टी उनके परिवार को तुरंत समुचित आर्थिक सहायता देगी।


*बहुजन विकास पार्टी* की रचना:

- हमारी पार्टी सामूहिक नेतृत्व वाली पार्टी होगी।

- इस पार्टी में कोई तानाशाह नहीं बन सकेगा।

- एक उच्च अधिकार प्राप्त कमेटी बनाई जाएगी, जो पार्टी की कार्यप्रणाली और कार्यक्रम को अंतिम रूप देगी।

- पार्टी अध्यक्ष आदि को इस कमेटी द्वारा स्वीकृत कार्यक्रम लागू करने होंगे।

- पार्टी में सभी दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यक भाइयों को भाई की तरह ही उनकी संख्या के  अनुपात में हिस्सा दिया जाएगा ।

- पार्टी में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।

- युवाओं को प्रशिक्षित करके नेतृत्व करने के योग्य बनाकर उनको आने वाले समय के लिए तैयार किया जायेगा।

धीरे धीरे पार्टी में सीनियरों के साथ साथ यूवाओ को आगे लाया जाएगा ।

पार्टी शिक्षा ,स्वास्थ्य, रोजगार, सुरक्षा ओर समानता के अधिकार को प्राप्त करने के लिए संघर्षरत रहेगी।

पार्टी राजनीति से धर्म को अलग रखेगी।

बहुजन विकास पार्टी सभी बहुजन महापुरुषों के विचार के साथ ही मुख्यतया बाबा साहब डा भीम राव अंबेडकर जी के आदर्शों पर चलेगी।

हमारे महापुरुष :  सबसे पहले समता के आंदोलन में अपने जीवन का बलिदान देने वाले गुरु रविदास जी , महामना ज्योतिबा फुले जी, साहू जी महाराज जी , रामा स्वामी पेरियार नायकर  साहब , बोधिसत्व विश्व रत्न भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब डा भीम राव अंबेडकर जी होंगे।

हमारा अंतिम उद्देश्य भारत में समान शिक्षा समान न्याय समान रोजगार सबको सुरक्षा ओर स्वास्थ्य देकर समाज में समता स्थापित करके भाईचारा बनाकर देश का उत्पादन बढ़ाकर ओर उसको भारतवासियों में जनसंख्या के अनुपात में  बांटकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना होगा ।

पार्टी सर्व धर्म समभाव में विश्वास करती है।

पार्टी अंधविश्वास पाखंड और छुआछूत ओर धर्म और जाति के आधार पर भेदभाव का विरोध करती है। 

भारत की जनगणना कराकर संख्या के अनुपात में रोजगार में सबको आरक्षण देकर असमानता को दूर किया जाएगा।  निजी कंपनियों का राष्ट्रीय करण किया जाएगा ।सरकारी विभागों में भर्ती शुरू की जाएगी। समय बद्ध न्याय सुनिश्चित किया जाएगा ।

पार्टी में केवल बहुजन ही लिए जायेंगे ।

पार्टी के संयोजक मंडल की जल्दी ही घोषणा की जाएगी। 

प्रदेश से लेकर बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को नियुक्त किया जाएगा ।

यही पार्टी का विजन डॉक्यूमेंट होगा ।

इंजी ओम प्रकाश सिंहमार 

दिल्ली

मो 9811358350

बहुजन विकास पार्टी

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ये राजस्थान भाजपा सरकार की डिप्टी सीएम प्रिंसेस दिया कुमारी हैं

  ये राजस्थान भाजपा सरकार की डिप्टी सीएम प्रिंसेस दिया कुमारी हैं ‌ इनके परदादा के परदादा थे मान सिंह,  मान सिंह की बहन थी जोधा बाई,  जोधा बाई के पोते का नाम था औरंगजेब। औरंगजेब के रीश्तेदारों को भाजपा डिप्टी CM बनाती हैं, और उधर अंधभक्त औरंगजेब को गालियां देते हैं! भाजपा गड़े मुर्दे उखाड़ती है तो यहाँ गड़ा इतिहास उखाड़ लाया गया है।

उत्तर प्रदेश सिविल जज परीक्षा (पी०सी०एस० जे)

  उत्तर प्रदेश सिविल जज परीक्षा (पी०सी०एस० जे) का परिणाम रैंक सहित सूची पर जरा गौर करें... 1.आकांक्षा तिवारी      रैंक 1  2.प्रतीक त्रिपाठी         रैंक 3 3.मीता पांडेय             रैंक 7 4.अनीमा मिश्रा           रैंक 13 5.सौरभ शुक्ला           रैंक 16 6.प्रशांत शुक्ला           रैंक 17  7.सौरभ पांडे              रैंक 20  8.ज्योत्सना राय          रैंक 21 9.रीचा शुक्ला             रैंक 24 10.रूचि कौशिक        रैंक 27 11.सौम्य भारद्वाज      रैंक 30  12.सौम्य मिश्रा          रैंक 34 13.वरूण कौशिक      रैंक 37  14.देवप्रिय सारस्वत    रैंक 38 15.सोनाली मिश्रा        रैंक 40  16.शिप्रा दुबे  ...

वो कौन VIP था जिसके साथ सोने से इनकार करने पर अंकिता को इतनी बड़ी सज़ा मिली?

  वो कौन VIP था जिसके साथ सोने से इनकार करने पर अंकिता को इतनी बड़ी सज़ा मिली?  क्या देश उस ‘VIP’ को पहले से जानता है?  उस VIP का नाम कभी बाहर क्यों नहीं आया? अंकिता भंडारी की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उसने रिजॉर्ट में रुके किसी ‘VIP’ गेस्ट के साथ सोने से इनकार कर दिया था. महिला सशक्तिकरण?? 🤔🤨🤨😏