नौजवान साथियों एवम युवक -युवतियों देश की बागडोर कहने को भले ही मोदी सरकार के पास हो!परंतु लोकतंत्र के नाम पर खड़ी शासन व्यवस्था पूर्ण रूप से धनवली बड़ी-बड़ी कंपनियों के मालिक एवम उनके एजेंट,दलालों तथा बाहुवलियों के चरणों की दास बन चुकी है!
नौजवान साथियों एवम युवक -युवतियों देश की बागडोर कहने को भले ही मोदी सरकार के पास हो!परंतु लोकतंत्र के नाम पर खड़ी शासन व्यवस्था पूर्ण रूप से धनवली बड़ी-बड़ी कंपनियों के मालिक एवम उनके एजेंट,दलालों तथा बाहुवलियों के चरणों की दास बन चुकी है!जो हमें धर्म के नाम पर रामराज्य का सपना दिखा रहे हैं वह केवल एक स्वप्न मात्र है!अब न तो लोकतंत्र जिंदा बचा है!और रामराज्य तो बहुत समय पहले ही मर चुका!अब तो सत्ताधीशों द्वारा केवल भोली जनता को स्वप्न ही दिखाया जाता है!
साथियों लोकंत्र प्रणाली द्वारा जो जनता जिन सांसद-विधायकों को चुनकर संसद और विधानसभा में अपना नेता चुनकर भेजती है!वही सारे के सारे नेता घूंसखोरी,कमीशनखोरी और दलाली में लगे पड़े हैं!और सबसे दुखद बात सत्ताधारी पार्टी मोदी सरकार व मीडिया के पास मुद्दे तो होने चाहिए गरीबी,बेरोजगारी,बेतहासा बढ़ती हुई मंहगाई, शिक्षा,चिकित्सा,खेत पर मरता किसान और सीमा पर मरता जवान किंतु मोदी सरकार के पास हिंदू,मुस्लिम,मंदिर,मस्जिद के अलावा और कोई मुद्दा ही नहीं है!
तो साथियों हमारी लड़ाई है,उन लोगों से जो राजनैतिक एवम संवैधानिक पदों पर बैठकर लाखों,करोड़ों और अरबों का घोटाला कर देश की भोली एवम गरीब जनता का शोषण कर रहे हैं!देश की नादान जनता को जाति और धर्म के नाम पर आपस में लड़ा कर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं!और अब तो!इस वक्त देश में जो कभी अंग्रेजों की गुलामी और क्रांतिकारियों की मुखबरी करते थे उनका बहुत बड़ा साम्राज्य खड़ा हो चुका है!उनका एक मात्र उद्देश्य है कि जनता को धर्म विशेष का भय दिखाकर वोट प्राप्त करना!और सत्ता पर अपना कब्जा बनाए रखना!
साथियों आज नेताशाही और लालफीता शाही तथा कुछेक पूंजीपति लोग मिलकर पुलिस,डाक्टर,चाटुकार बिकी हुई मीडिया एवम तमाम सरकारी विभाग तथा अधिकांश न्यायालय सरकार के इशारों पर नाच रहे हैं!सरकार हर एक कार्य को प्राइवेट संस्थाओं या ठेका पर करा रही है!ताकि घूंस,कमीशन और दलाली का धंधा नेता व उनके चहेतों का यूं ही निर्वाध गति से चलता रहे!और भोली गरीब जनता फ्री के पांच किलो राशन तक ही सिमट कर रह जाए!और इन लुटेरों का गुणगान करती रहे!
मेरे साथियों! गुप्त रूप से देश की तमाम सत्ताभोगी राजनैतिक पार्टियां अंदरखाने एक हैं!सभी पार्टियों के नेता चोर-चोर मौसेरे भाई हैं!जो मिलकर देश को लूट रहे हैं!देश को झूठे नारों व कागजी आंकड़ों के आधार पर चलाया जा रहा है!सरकार दस करोड़ की योजना पर दस-हजार करोड़ की योजना तैयार कर बजट पास करती है!और वह पैसा केवल दस परसेंट ही विकास कार्यों पर व्यय किया जाता है,बाकी सब पैसा नेता और नौकरशाहों में बंट उनकी जेब में पहुंच जाता है!
साथियों आज रक्षक ही भक्षक बन चुके हैं,किसान,मजदूर,छोटे व्यापारी,दुकानदारों व छोटे उद्योग वालों की मेहनत की कमाई दौलत को नेता ही खा रहे हैं और ऐशो आराम कर रहे हैं!देश में फैली भ्रष्टाचार, अराजकता,आतंकवाद,लूट,हत्या,बलात्कार, धर्म के नाम पर दंगा-फसाद आदि घृणित कार्यों हेतु देश का प्रधानमंत्री ही जिम्मेदार है!
देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य तो यह है कि! यहां पुलिसवाला कानून के नाम पर,नेता सेवा के नाम पर,डाक्टर इलाज के नाम पर,वकील न्याय दिलाने के नाम पर,विद्या के मंदिर स्कूल,कॉलेज शिक्षा के नाम पर बेबस जनता को लूट रहे हैं!और देश का चौकीदार या तो विदेशों की सैर पर रहता है!और या फिर यहां आकर कुंभकर्णी नींद में सो जाता है!यानी जो जितने बड़े पद पर है,वह उतना ही अधिक भ्रष्टाचार में लिप्त है!
तो मेरे प्यारे भाईयो!आज देश में कानून और लोकतंत्र का मंदिर संसद भवन तथा न्याय के मंदिर न्यायालय, कमाई और दलाली एवम भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं!देश की राजनीति और न्याय-प्रणाली एक बदनुमा दाग हैं!देश में हर पांच साल बाद होने वाले चुनावों में केवल और केवल चेहरे और नाम बदलते हैं,व्यवस्था ज्यूं की त्यूं रहती है!और हमें सत्ता ही नहीं अपितु सारी की सारी ब्रिटिश द्वारा पारित व्यवस्था ही बदलनी है!इस हेतु आपसे निवेदन करता हूं कि आप भारतीय नौजवान इंकलाब पार्टी ज्वाइन करें और देश के अमर-शहीदों के विचारों का भारत बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें! इसी आशा के साथ आपका आजाद खेमसिंह फौजदार
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