*चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है ये माता गुफाओं पहाडों, मंदिरों में ही क्यों बुलाती है*
*युनिवर्सिटी, कालेजों, स्कूलों में क्यों नहीं बुलाती है*
सालभर मे केवल नाै दिन माता आती है और बाकी दिन
जब महिलाओ का अपहरण करके बलात्कार किया जाता है जब ओ मां मां बुलाती है तब मां नही अाती।
जब कई पुरूष मिलकर महिलाओ का गैंगरेप करते है तब माता नही आतीं।
जब महिलाओ काे दहेज के नाम जिन्दा जलाया जाता है तब माता नही आती।
जब दलित महिला काे डायन कहकर दाैड़ाकर मारते है तब माता नही आती।
जब छोटी छोटी मासूम बच्चीयों के साथ बलात्कार होता है तब माता नहीं आतीं।
माता नवरात्र मे आती है चढ़ावा लेती है और निकल जाती है भक्त चिल्लाते रह जाते है।
इतनी माता हाेने के बावजूद महिलाओ पर इतना अत्याचार क्याें।
9 दिन भूखे रहो। बनिये से सामान खरीदो और ब्राम्हण को दे आओ।
*नवरात्रि*
*एक मानसिक गुलामी*।
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