एक आदमी के ससुराल में शादी थी।।बच्चे पत्नी दो दिन से पीछे पड़े थे कि बाजार चलो कपड़े दिलवाओ, पत्नी बेटी गोल्ड की चीज भी मांग रही थी।। शादी में देने के लिए गिफ्ट भी लाना था।। आदमी परेशान था कि बजट एक लाख से पार जाएगा।।
आदमी ने सुबह सैर पर जाते वक्त पड़ोसी के घर पत्थर फेंक दिया, पड़ोसी ने कारण पूछा तो गाली गलौच करने लगा, दोनों आपस मे भीड़ गये।। शोर सुनकर लोग इकट्ठे हो गए।। दोनों की लड़ाई में परिवार के लोग शामिल हो गये।। मामला फिलहाल थाने में है।। पूरी गली व्यस्त है राजीनामा करवाने में।।
शादी हो गयी है रिश्तेदारी में।। कोई नहीं गया ना किसी की डिमांड पूरी हुई, आदमी के पक्ष में पूरा परिवार खड़ा है कि आप अपने आप को अकेला मत समझो हम सब साथ है।।
ऐसे ही है हमारे *मोदी जी,*
जब देश की जनता कुछ मांगती
है तो *पड़ोसी* के घर पत्थर फेंक
कर हम सबको *देशभक्ति* में
उलझा देते है।।
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