*बात अगर हक है तो कुबूल करो ये ना देखो कौन कहता है* 370 हुई हम चुप , तीन तलाक पर तकरार हुई हम चुप , बाबरी शाहीद हुई हम चुप , मोब लिंचिंग हुई हम चुप आप की हमारी ये चुपी आने वाली नस्लो को हमेशा हमेशा के लिए खामोश कर देंगी । हक़ीक़त ये है कि हमारे पाँव के नीचे की ज़मीन खिसकाई जा चुकी हम को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाये जाने के कवायद आखरी दौर में है । फिर ये तुम्हारा मुल्क तुम्हारा हो कर भी तुम्हारा नही होगा । न ज़मी तुम्हारी न आसमान तुम्हारा न हवा तुम्हारी तुम , तुम होकर भी गुमनामी की ज़िंदगी जीओगे । वजह NRC वजह CAB ओर इन के खिलाफ तुम्हारी खामोशी । ये काला कानून तुम से तुम्हारी पहचान मांगता है , ये कानून तुम्हारे हिंदुस्तानी होने का सबूत माँगता है , ये कानून तुम तुम्हारे वजूद को ललकारता है , ये कानून तुम्हारी वतन से मोहब्बत को झुठलाता है , ये कानून तुम को घुसपैठिया औरो को शरणार्थी बनाता है , ये कानून आपस मे धर्म की नफरत की दीवार खड़ी करता है , ये कानून लोकतन्र्त की हत्या करता है , ये कानून बाबा साहब अम्बेडकर की सोच की हत्या करता है , ये कानून देश को एक ओर बंटवारे की ओर ले जाता है । आइए घरों से बाहर निकल कर , आइए इस कि मुखलेफ़्त के लिए अपने अधिकारों के लिए अपने भविष्य को बचाने के लिए कल यानी 12/12 /19 को बोर्ड ऑफिस चौराहा पर 4 बजे शाम जहाँ इस काले कानून को आग के हवाले कर इस का विरोध किया जाएगा साथ ही बुधवारे में रात आठ बजे इस के खिलाफ जलसे में शामिल हो कर अपने ज़िंदा होने का सबूत दे ।
*इंसानी बिरादरी भोपाल *
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