सिद्ध अयूर्वादिक
*सिद्ध हस्तबल कल्पचुर्ण*
*हड्डी रोगों की रामबाण दवा*
*40 साल के बाद होती है केल्शियम की कमी, जिस कारण हो जाती है हड्डियां कमजोर।*
*केल्शियम, विटामिन D-3, B-12, शुक्र*
*धातु, लुब्रिकेट्स की कमी पूरा कर देगा।*
★ रीढ़ की किसी भी समस्या में यह रामबाण है।
★मस्कुलर डिस्ट्रॉफी का कोई संतोषजनक उपचार
★टुटी हड्डियों को जबरदस्त जोड़ता है हस्तबल चुर्ण
★केल्शियम की कमी
★ विटामिन D-3 की कमी
★B-12 की कमी
★ शुक्र धातु की कमी
★लुब्रिकेट्स ( शरिर के जोडो के अंदर का चिकना पदाथँ )कम होने के कारण होने वाले दर्द
★आेस्ट्रियो आथँराईटिस
★आेस्ट्रियो पोरोसिस
★घुटनों का धीस जाना
★घुटनों मे गैप हो जाना
★आेपरेशन के बाद घुटनों मे दर्द
*उपर बताई गई सभी तकलीफों का रामबाण ईलाज*
बाबुल फली 500 ग्राम
सफेद मुसलि 100 ग्राम
अश्वगंधा 250 ग्राम
शतावर जड. 100 ग्राम
इलाची छोटी 50 ग्राम
गोखरु 250 ग्राम
प्रवाल पिष्टि 10 ग्राम ₹208.0
कुकुडन्तांक भस्म. 05 ग्राम
शंख भस्म. 10 ग्राम
मुक्ता शक्ति भस्म. 05 ग्राम
कपदिँका भस्म. 10 ग्राम
सुवणँ माक्षिक भस्म 5 ग्राम
हाडँजोड. 10 ग्राम
शिलाजीत 10 ग्राम
उपर बताई गई आैषधि पन्सारी से आैर सभी भस्म बैधनाथ कंपनी ले तो बेहतर है .
सभी को मिक्स करके चुर्ण बनाकर सुबह शाम आधा -आधा चमच लेकर 200 ग्राम दूध मे मिलाकर सुबह शाम ले ,
10 दिनो के अंदर हि अापके धुंटनो मे बिलकुल आराम दिखने लगेगा. पर 3 महिने सेवन करना है।
ऑप्शन कि भी कोई जरुरत नही पडेगी क्योंकि इसमें कुदरती केल्शियम है ।
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परहेज और आहार
लेने योग्य आहार
दूध और दूध उत्पाद विटामिन बी12 के अच्छे स्रोत हैं।
इनमें पोल्ट्री उत्पाद, मछली, फलियाँ, पनीर, अंडे और मेवे भी आते हैं।
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मछली और रेड मीट विटामिन बी12 के उत्तम स्रोत हैं।
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पोल्ट्री और अण्डों में भी विटामिन बी12 होता है।
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यदि आप पशु उत्पाद नहीं खाते तो बी12 युक्त मल्टीविटामिन और विटामिन बी12 की शक्ति से परिपूर्ण अनाज का दलिया नाश्ते में लेना लाभकारी होगा।
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कुछ नाश्ते का कुछ प्रकार का दलिया, पोषक खमीर और इसके अन्य खाद्य उत्पाद जैसे कि ब्रेड में विटामिन बी12 की शक्ति होती है।
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खमीरीकृत सोयाबीन और खमीरीकृत सब्जियाँ जिनमें चाय की पत्तियाँ भी हैं।
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वनस्पति जगत में, समुद्री पौधे (जैसे केल्प), समुद्री काई (जैसे कि नीली-हरी काई), खमीर (जैसे कि ब्रेवर खमीर), और खमीरीकृत वनस्पति आहार (जैसे कि टेम्फ, मिसो, या टोफू) आदि सामान्य रूप से खाए जाने वाले विटामिन बी12 आहार हैं।
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इनसे परहेज करे
तले वसायुक्त आहार, नमक, शक्कर, और अन्य शक्कर युक्त उत्पादों तथा संतृप्त वसा से भरे आहारों के उपयोग को कम करें।
कैफीन का प्रयोग सीमित करें. कैफीन विटामिन D
B12 के अवशोषण में अवरोध उत्पन्न करता है।
सिद्ध अयूर्वादिक --78890 53063
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