बिना कोई आंदोलन किए बिना कुछ मांगे फिर भी -
*राजनीतिक आरक्षण वर्तमान सरकार हर दस साल इसलिए बढ़ा देती है, ताकि उन*एससी-एसटी के उम्मीदवार जिस पार्टी से चुनकर जाते हैं उसी पार्टी के लिए काम करते हैं और वोट बैंक की व्यवस्था करने में सहायक होते है*
*वे अपने समाज के लिए काम नहीं करते.* यह आरोप आज तक उन पर लगे हैं. इन लोगों के बारे में खुद *डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर कहते थे कि एससी, एसटी से चुनकर जाने वाले प्रतिनिधी संसद में अपना मुंह नहीं खोलते. उनकी यह बात आज सच साबित हो रही है.*
*एससी एसटी के अधिकार खत्म होने की कगार पर है और राजकीय दलों द्वारा चुनकर जाने वाले एससी, एसटी के विधायक, सांसद इस पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है.* ऐसे प्रतिनिधी समाज के लिए निकम्मे साबित हुए हैं. यह *लोग समाज के साथ गद्दारी करते हैं ऐसे गद्दार लोगों के लिए हर सरकारें हर दस साल के लिए राजनीतिक आरक्षण बढ़ाने का काम करती है.* 🤔
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