*अधिकार सविंधान से मिले है, भगवान से नही-*👇🙏🌹
👉2 रु• किलो गेंहू 3 रु• किलो चावल भोजन का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉ग़रीब होने की वजह से निजी विद्यालयों में भी 25% सीटों पर मुफ़्त में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ी जाति के लोगो व महिलाओं को भी सम्मान जनक जीवन जीने का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉बेघर गरीबों को मुफ़्त में घर देने का भी अधिकार सविंधान से मिला है/
👉बहुजनों को किसी भी जगह पानी पीने का भी अधिकार सविंधान से मिला है/
👉छुआछूत की वजह से कोई शिक्षा और नौकरी से वंचित न रह जाये इसलिए आरक्षण का भी अधिकार सविंधान से मिला है/
👉विद्यालयों में शिक्षा प्राप्ति ग़रीबी बाधा न बने इसलिए छात्रवृत्ति और शुल्क वापसी का भी अधिकार सविंधान से मिला है/
👉संवैधानिक दायरे में बोलने का भी अधिकार सविंधान से मिला है/
👉विधवाओं, गरीबों अन्य को पेंशन का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉विद्यालयों में बच्चों को मुफ़्त किताबें व आधे दिन का भोजन (मिड डे मील) का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉बहुजनों को जाति के आधार पर जुल्म करने वालों को सजा दिलाने व शिकायत करने का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉बहुजनों को कमा कर संपत्ति जमा करने का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉वोट व चुनाव लड़ने का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉जातिगत धंधा नही, बल्कि संवैधानिक दायरे में कोई भी व्यवसाय करने का अधिकार भी बहुजनों को सविंधान से मिला है/
👇अहीर,धोभी,खटीक, मेगवाल, बैरवा, कोली,कुर्मी,चमार,महार,कहार,पासी,भंगी आदि नही बल्कि हर नागरिक एक समान है इसलिए इंसान की तरह सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉सरकारी विद्यालयों में गरीबों व बहुजनों के बच्चे भी मुफ्त में या कम पीस देकर पढ़ने का अधिकार भी सविंधान से मिला है/
👉"संविधान है तो हमारी आजादी है वरना हजारो सालो की दासता,छुआछूत झेली है उस समय कोई भी देवी देवता नही आये दूर करने, संविधान ही भगवान है इसलिए सविंधान बचाइये, वरना आपके जीवन में गुलामी,गरीबी, के अलावा कुछ नही बचेगा-साथियों
👉सविंधान बचाओं
नियम बनाओं, लोकतंत्र बचाओं,
🙏नमो बुद्धाय🙏
जय भीम जय भारत
जय भारतीय सविंधान
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