आज महिलाएं स्कूल- कॉलेज में स्वतंत्र रूप से पढ़ सकती हैं
। किसी संगठन में पुरुषों के समान ही काम करने के साथ ही समाज के उत्थान में अपना योगदान दे सकती हैं। अपने सपनों को साकार कर सकती हैं, तो इस सब का श्रेय भारत की कुछ महान विभूतियों को जाता है। इन्हीं विभूतियों में से से एक नाम 'महात्मा ज्योतिराव फुले' का है। महात्मा ज्योतिराव फुले की आज जयंती है। 28 nov 1890 । उस दौर में समाज में फैली महिला विरोधी कुरीतियों, उनके शोषण के खिलाफ आवाज उठाने वाले 19वीं सदी के महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले के प्रयासों को हमेशा महिला सशक्तिकरण की दिशा में अभूतपूर्व योगदान की तरह याद किया जाता है। ज्योतिबा फुले एक समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक और क्रांतिकारी कार्यकर्ता हैं। ज्योतिबा फुले ने अपना पूरा जीवन महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाने, बाल विवाह को रोकने, विधवा विवाह का समर्थन करने में लगा दिया। महिलाओं के लिए ज्योतिबा फुले ने स्कूल खोला। महान समाजसुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती
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