हड्डा में बुद्ध की पवित्र हड्डियाँ संरक्षित की गई थीं। सो हड्डा ( अफगानिस्तान ) है।
बुद्ध की वे कौन - कौन सी पवित्र हड्डियाँ हड्डा में थीं, उन्हें फाहियान और ह्वेनसांग दोनों ने बताया है।
फाहियान ने बताया है कि तथागत का कपालधातु हड्डा के एक विहार में संरक्षित है।
ह्वेनसांग ने बताया है कि तथागत का कपालधातु ही नहीं बल्कि उष्णीष और नेत्रपुट भी यहाँ संरक्षित हैं।
ह्वेनसांग ने आगे बताया है कि तथागत की पवित्र संघाटी और लाठी भी हड्डा में संरक्षित हैं।
तथागत की संघाटी और लाठी कैसी है और उन्हें किस प्रकार से संरक्षित की गई है? - सबका विवरण ह्वेनसांग ने दिया है।
यही कारण है कि हड्डा से बड़े पैमाने पर बुद्धशिल्प की कारीगरी उपलब्ध होती है।
#namobuddhay
डॉ आदित्य मेहता
वरीय अधिवक्ता
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