सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

तहसीलदार नायव तहसीलदार सहित बाबू तक नही है कार्यालय में

 


 उदयपुरा

*तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रहे किसान सहित अन्य सभी फरियादी*

*तहसीलदार नायव तहसीलदार सहित बाबू तक नही है कार्यालय में*

प्रभारी तहसीलदार श्रीमति आस्था चिड़ार पिछले तीन दिनो से कार्यलय नही पहुचीं है।आज की बर्तमान स्थिति यह है कि आज सुबह से ही कार्यालय में ना तो तहसीलदार है ना ही नायव तहसीलदार है साथ मे आज तो बाबू तक कार्यालय में नही है।जिन फरियादियों की आज दिनांक की पेशी है उन सहित अनेक कृषक भी कार्यालय के चक्कर लगा रहे है।जबकि आने बाले दिनों में अवकाश है तो यहां गौर करने बाली बात ये है कि ऐसे में जब पिछले दिनों से लोग अपने कामो को लेकर चक्कर लगा रहे है अब इन लोगो को अपने कामो को लेकर और कितने दिन चक्कर लगाने होंगे।इन सब स्थितियों के बीच अच्छी खबर यह है कि आज शुक्रवार है और प्रति सप्ताह अनुसार अनुविभागीय अधिकारी श्रीमान संतोष मुद्गल जी आज तहसील कार्यालय पहुँचने बाले है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उत्तर प्रदेश सिविल जज परीक्षा (पी०सी०एस० जे)

  उत्तर प्रदेश सिविल जज परीक्षा (पी०सी०एस० जे) का परिणाम रैंक सहित सूची पर जरा गौर करें... 1.आकांक्षा तिवारी      रैंक 1  2.प्रतीक त्रिपाठी         रैंक 3 3.मीता पांडेय             रैंक 7 4.अनीमा मिश्रा           रैंक 13 5.सौरभ शुक्ला           रैंक 16 6.प्रशांत शुक्ला           रैंक 17  7.सौरभ पांडे              रैंक 20  8.ज्योत्सना राय          रैंक 21 9.रीचा शुक्ला             रैंक 24 10.रूचि कौशिक        रैंक 27 11.सौम्य भारद्वाज      रैंक 30  12.सौम्य मिश्रा          रैंक 34 13.वरूण कौशिक      रैंक 37  14.देवप्रिय सारस्वत    रैंक 38 15.सोनाली मिश्रा        रैंक 40  16.शिप्रा दुबे  ...

वो कौन VIP था जिसके साथ सोने से इनकार करने पर अंकिता को इतनी बड़ी सज़ा मिली?

  वो कौन VIP था जिसके साथ सोने से इनकार करने पर अंकिता को इतनी बड़ी सज़ा मिली?  क्या देश उस ‘VIP’ को पहले से जानता है?  उस VIP का नाम कभी बाहर क्यों नहीं आया? अंकिता भंडारी की हत्या इसलिए की गई क्योंकि उसने रिजॉर्ट में रुके किसी ‘VIP’ गेस्ट के साथ सोने से इनकार कर दिया था. महिला सशक्तिकरण?? 🤔🤨🤨😏

हनुमान_जयंती -- तथागत बुद्ध के पुत्र राहुल (हनुमान) के जन्मदिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं।

  #हनुमान_जयंती तथागत बुद्ध के पुत्र राहुल (हनुमान) के जन्मदिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं। बोधिसत्व हनुमान वास्तव में बुद्ध पुत्र राहुल अर्थात बोधिसत्व वज्रपाणि है|         तथागत बुद्ध जब परिलेयक वन में निवास करते हैं, तब बंदर उन्हें मधु अर्थात शहद खिलाकर उनका सम्मान करते हैं ऐसी जानकारी हमें कपिचित जातक कथा में मिलती है| अनामक जातक कथा बताती है कि जब बोधिसत्व  राजकुमार अपनी महाराणी के साथ वन में विहार करते हैं, तभी समंदर का दुष्ट नागराजा उस महाराणी को उठाकर समंदर में अपने टापू पर भगाकर ले जाता है| महाराणी को मुक्त करने के लिए बोधिसत्व वानरराज और उनके सेना की मदद लेते हैं और महाराणी को नागराजा से मुक्त कर वापिस अपनी राजधानी लाते है| इस तरह, हनुमान से संबंधित कथाएं सबसे पहले हमें बौद्ध जातक कथाओं में मिलतीं हैं| भरहुत में बोधिसत्व वानर बुद्ध को मधु दे रहे हैं ऐसा शिल्प अंकित मिलता है| सन 251 में सोगदियन बौद्ध भिक्खु सेंघुई ने अनामक जातक कथा को चीनी भाषा में "लुई तु चि चिंग" नाम से अनुवादित कर दिया था| इससे पता चलता है कि, बोधिसत्व वानर का सबसे पहला जिक्र ब...