#सत्य पांच प्रकार के होते हैं
1. मीठे सत्य : परिचित लोग मीठे सत्य बताते है जिसे आप पहले से जानते हैं जिससे किसी का कुछ बिगड़ता नही जिसमे कोई गुनेगार कोई नही होता , जो सत्य कुछ काम में नही आता
2. अधूरे सत्य: शिक्षक डॉक्टर वकील आपकों अधूरे सत्य बताते हैं जो आपकी मदद करते हैं आपकों नुकसान पहुंचाने के लिए
3. कड़वे सत्य : सच्चे दोस्त, अच्छे उपरी अधिकारी आपकों कड़वे सच बताते हैं जिससे आप टेंपररी बेस पर सफलता हासिल कर लेते हो पर इससे समाज, देश प्रकृति को कोई फायदा नही होता
4. तीखे सत्य : so called अच्छे पत्रकार, धर्म गुरू, मोटीवेशन स्पीकर और ज्ञान बांटू यूट्यूबर आपकों कुछ तीखे सत्य बताते हैं इससे आप सफल होते हैं बाकीओ को विफल कर के,
5. नग्न सत्य : क्रान्तिकारी, दार्शनिक और दुनिया जिन्हें कॉन्सपेरेसी थीयोरिस्ट(पागल) कहती हैं वो ही आपको इस तरह के 360 डिग्री सत्य बताते हैं, ये सत्य आपके लिए आनेवाली पीढ़ी के लिए, प्रकृति और जीव सृष्टि के संरक्षण लिए जरुरी होते हैं इसे दबाने के लिए बाकी लोग गौण अधुरे घीसेपीटे अनावश्यक सत्य बताते रहते है
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