पत्थरों को भगवान मानकर सर झुकाकर नाक रगड़ने वालों के मुंह पर इतना ज़ोरदार तमाचा मार दिया फिर भी "मानसिक गुलामी" से मुक्त होने का नाम नहीं ले रहे हैं।*

 


*पत्थरों को भगवान मानकर सर झुकाकर नाक रगड़ने वालों के मुंह पर इतना ज़ोरदार तमाचा मार दिया फिर भी "मानसिक गुलामी" से मुक्त होने का नाम नहीं ले रहे हैं।*

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