देश के मूलनिवासी बहुजन समाज के लोगों को आगाह करना चाहता हूं कि भारतीय संविधान होने के बावजूद देश में पूंजीपति, दबंग, धनाढ्य ,मनुवादी सोच के लोग संविधान को नजरअंदाज कर कार्य कर रहे है ।
साथियों जय मूलनिवासी
देश के मूलनिवासी बहुजन समाज के लोगों को आगाह करना चाहता हूं कि भारतीय संविधान होने के बावजूद देश में पूंजीपति, दबंग, धनाढ्य ,मनुवादी सोच के लोग संविधान को नजरअंदाज कर कार्य कर रहे है ।
देश में सार्वजनिक क्षेत्र को खत्म कर निजीकरण किया जा रहा है , निजीकरण में संवैधानिक प्रतिनिधित्व नहीं है तो संविधान लागू होने के बाद भी शून्य हो गया है ।
पुनः संवैधानिक अधिकार प्राप्त करना है तो देश भर में जन आंदोलन किए बिना समस्या का समाधान नहीं है ।
आंदोलन से कांग्रेस ने अंग्रेजों को भगाकर सत्ता प्राप्त की, बर्फोस घोटाला का आंदोलन वीपी सिंह की अगुआई में किया वो प्रधान मंत्री बने, लोकपाल का आंदोलन अरविंद केजरीवाल ने किया तो मुख्यमंत्री बना ।
हम बहुजन भी जन आंदोलन निर्माण करते है तो हमारा भविष्य हम खुद लिख सकते है ।
राष्ट्रीय स्तर का 1 जुलाई को भारत बंद किया जा रहा है जिसमें निम्न मुद्दा रखा गया है ।
1. ईवीएम के विरोध में और बेलेट पेपर के समर्थन में
2. केंद्र सरकार ओबीसी की जाति आधारित गिनती नहीं करने के विरोध में
3. आरएसएस और बीजेपी द्वारा बहुजन महापुरुषों के अपमान के विरोध में
4. बौद्ध गया के टेंपल एक्ट 1949 के विरोध में
5. असंवैधानिक वक्फ संशोधन विधेयक 2025 के विरोध में।
आप इन मुद्दों से सहमत हो तो आज से बहुजन समाज में प्रचार कर जिला मुख्यालय पर भारत बंद का समर्थन करावे ।
इस मेसेज को शेयर करावे ।
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