आजादी का आंदोलन ब्राह्मणों ने शुरु किया था, लोगों को जानकारी का अभाव है l 👆👆 खबर पढ़े l कुछ समझ में आएगा ll देश से अंग्रेजो को भगाने का आंदोलन ब्राह्मणों ने क्यों चलाया था इसके हजारों कारण है, लेकिन तीन कारण महत्वपूर्ण है l (1) 5अगस्त 1774 को जालसाजी के केस में नंद कुमार नामक बंगाली ब्राह्मण को अंग्रेजो द्वारा फांसी पर लटकाना l इससे पहले विगत ढाई तीन हजार वर्षों के काल में ब्राह्मण को कोई फांसी की सजा नही हुई थी चाहे वह कितना ही बड़ा अपराध क्यों न कर दे l इस घटना से यूरेशियाई ब्राह्मण आग बबूला हो गया l (2) सन 1854 में कलकत्ता, मद्रास तथा मुंबई में विश्वविद्यालयो को स्थापना l यूरेशियाई ब्राह्मण ने यहां के मूल निवासीयो को अक्षर ज्ञान भी देना नही चाहते हैं, ओर अंग्रेज उन्हे विश्व का ज्ञान देना चाहते थे, यह बात कैसे हजम हो सकती थी l (3) सन 1918 ने विधि मंडल का गठन l अभी तक जो भी कानून बनाते थे उसमे प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से यूरेशियाई ब्राह्मण की दखल अंदाजी थी, वह उन्ही के अनूकूल कानून बनवाकर लागू करवाते थे, विधि मंडल का गठन अर्थान कानून बनाने वाली संस्थाओं की स्थापना l पढ़ोगे तो जानोगे, अन्यथा .........
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