एक किलो प्याज की कीमत 19 पैसे मिली. --- कब बनेगी खेती लाभ का धंधा.

 




कब बनेगी खेती लाभ का धंधा... खेती को लाभ का धंधा बनाने के दावो के बीच एक हकीकत यह भी है कि पूरी मेहनत करने के बाद भी लाभ मिलना तो दूर लागत तक नहीं निकल पाती हैं. किसान निराशा में कई बार फसल को फेंक देते हैं या फिर मवेशियों को खिला देते हैं. इस बार प्याज की फसल किसान को रूला रही हैं. बदनावर की मंडी में किसान ने 1250 किलो प्याज बेचा, बिक्री राशि महज 248 रुपए हाथ लगी. याने एक किलो प्याज की कीमत 19 पैसे मिली.

Featured Post

स्किल इंडिया बनाम पिछडों की* -- *गुलामी का षड्यंत्र

    *स्किल इंडिया बनाम पिछडों की*            *गुलामी का षड्यंत्र*       बहुजन समाज के लोग प्रयोग धर्मी नहीं हैं। उनको तो जो काम बता दिया जाय...