ब्राह्मण कुल खानदान में पैदा हुई रेखा चौबे को कितनी घटिया परवरिश और कुसंस्कार मिला है जो एक नवजात बच्चा के बारे में निम्न स्तरीय टिप्पणी करती है।
X पर लिखती है " पैदा होते ही पता चला कि दादा कुख्यात सजायाफ्ता चारा चोर और बाप नौवीं फेल है।"
सुनो रेखा चौबे! बच्चा खुश है कि जन्मजात भिखारी के घर नहीं, सामाजिक न्याय के योद्धा के घर पैदा लिया जो कभी सांप्रदायिक शक्तियों के आगे झुका नहीं बल्कि ललकारते रहा।
बच्चा खुश है कि बलात्कारी को आदर्शवादी कहने वाले और अंग्रेजों से माफी मांगने वाले के कुल खानदान में पैदा नहीं लिया है। बल्कि सामंतवाद, जातिवाद और सामाजिक गैर बराबरी के विरुद्ध शंखनाद करने वाले पिछड़े समाज का बेटा और वंचित समाज को जगाने वाले के घर पैदा लिया।
और हां तुम अपने बाप चारा घोटाले के जनक जगन्नाथ मिश्रा के बारे में भी जानकारी सार्वजनिक करो। ताकि लोगो को भी पता तो चले कैसे पिछड़ा को जेल और मिश्रा को बेल हुआ?