ये इन्का धर्म है जिसका वो पालन प्रसार प्रचार कर रहे इन्सान को जानवर बताना जाणवर सें वेद पंढवाना, सच को झूठ कहकर येही सच है कहना ब्रम्हा ने अपनेही बेटी सें याने सरस्वती सें संभोग पत्नी बनाकर किया ओरं नारद को जन्म दिया ये इन्का धर्म अनैतिक वैदिक काल्पनिक मनुवाद हिंदू धर्म है जों भरतीयोमेसे कुछ बेअक्कल बेवकूफणे माण लिया ओरं लगे घरके अंदर इन विदेशी वैदिकोको बिठाकर सत्यनारायण करणे वो उनके धर्म के मुताबिक बराबर आचरण कर रहे प्रा भारतीयांका जों धर्म है मानवता समता श्रमन संघ उसकाही पालन सभी मूलनिवासी भारतीय क्यों नहीं करते इसीलिये इन्सान को बुद्ध को इन विदेशी वैडिकोने विष्णू का अवतार बना दिया अगर मूलनिवासी भारतीय सजग सतर्क होते तों इन विदेशी वैदिक पाखण्डी्योकी ताकत नहीं होती इन्सानोको राक्षस कहनेकी या देवी देवता काल्पनिक नाम देकर अंधश्रद्धा फैलावकी भारत का बहुजन आज का ओबीसी आज भी सोया है हक अधिकार ओरं मूलनिवासी राजवंशी भारतीय मूळ इतिहास के अज्ञानी गहरी निंदमे जिसका नतिजा ये है के इजरायली विदेशी पेशवा भारतमे आके हमको हिंदू याने नीच करार देकर हम्पर राज कर रहा है