क्या न्यू इंडिया को - आपरेटिव्ह बैंक को खतरे में डालने वाला कौन है । डुबानेवाला भी हिन्दू , डूबने वाला भी हिन्दू तो क्या अब ये हिन्दू खतरे में हैं या खतरे से बाहर हैं ? अब इन डूबने वालों को न्याय मंदिर से मिलेगा या कानून से , ऐसे तो देखा जाय तो गुनहगार को प्रयागराज ले जाकर पवित्र गंगा में डुबकी लगवाकर उसे पाप से मुक्ति दिलाई जा सकती है लेकिन क्या इससे लोगों को पैसा मिल पायेगा यह तो प्रयागराज में बैठे सभी ज्ञानी ही बता पायेंगे ? वैसे तो हमारे मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फड़वडिस बालाजी मंदिर में अर्चना की है कि हमारा महाराष्ट्र राज्य सुचारू रूप से चले । डूबे हुए खातेदारों के लिए कोई प्रार्थना नहीं की ? शायद इस घोटाले के लिए वे शिर्डी के साईं दरबार जाएं । क्या इस घोटाले में पाकिस्तान का हाँथ तो नहीं है । अनुसूचित जाति , अनुसूचि जनजाति के आरक्षण का तो हांथ नहीं है।इस 122 करोड़ रुपए का घोटाला किसने किया बताने की कृपा करें।