भारतीय सेना की शान और कट्टर देशप्रेमी परिवार की मातृ शक्ति "कर्नल सोफिया कुरैशी" को जान ओ पहचान लीजिए....
"कर्नल सोफिया कुरैशी" के "परदादा का पूरा नाम "मोहम्मद गौस साहब बागेवाड़ी" था वह अंग्रेजों की सेना में बड़े पद पर थे ।
जब देश में 1857 की गदर हुई तो मोहम्मद गौस साहब ब्रिटिश सेना छोड़कर उस वक्त देश में हुए स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए थे ।
"कर्नल सोफिया कुरैशी" के "दादा मुहम्मद हुसैन साहब" भी भारतीय सेना में थे।
"कर्नल सोफिया कुरैशी" के "पिता ताज मोहम्मद कुरैशी साहब" भी भारतीय सेना में इलेक्ट्रॉनिक एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर में कार्यरत थे और वो पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के युद्ध में भी शामिल हुए थे ।
"कर्नल सोफिया कुरैशी" के एक "चाचा इस्माइल कुरैशी साहब" BSF में सूबेदार थे ।
"कर्नल सोफिया कुरैशी" के दूसरे "चाचा वली मुहम्मद कुरैशी" अभी भी BSF में सूबेदार हैं ।
"कर्नल सोफिया कुरैशी" खुद सेना में कर्नल के पद पर तैनात हैं और आप लोग उन्हें देख ही रहे हैं आपरेशन सिंदूर में उनकी और उनके परिवार की भारतीय सेना व देश के प्रति वफादारी और देशसेवा के उनके योगदान को देखते हुए उन्हें भारतीय सेना की और से "प्रेस ब्रीफिंग" जैसे बहुत ही महत्त्वपूर्ण वा जिम्मेदारी का दायित्व दिया गया है इसके लिए के लिए उन्हें ही आगे किया गया ।
"कर्नल सोफिया कुरैशी" के "पति कर्नल ताजुद्दीन बागेवाडी" भी सेना में है और वो सेना में "मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री" में अफसर हैं और वो इस समय "झांसी में पोस्टेड" हैं ।
"कर्नल सोफिया कुरैशी" का 18 वर्षीय बेटा "समीर कुरैशी" है और वह "भारतीय वायुसेना में शामिल होने के लिए परीक्षा दे चुका है ।
"कर्नल सोफिया कुरैशी" की बेटी का नाम "हनीमा कुरैशी" है और वह भी वायुसेना में पायलट की तैयारी कर रही है ।
अगर अब भी आप कट्टर देशप्रेमी परिवार की बेटी जो खुद भी एक परम देशप्रेमी है उस "कर्नल सोफिया कुरैशी" की देश के प्रति वफादारी और सेवा पर शक करते हैं तो फिर अब बताईए आपको और कैसा देश भक्त मुसलमान चाहिए ?
अफसोस मध्यप्रदेश का एक मामूली सा मंत्री विजय शाह कर्नल सोफिया कुरैशी को आतंकवादियों की बहन बता रहा है और पूरे आपरेशन सिंदूर में सोशल मीडिया पर धर्मांध असहिष्णुओं द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी पर बहुत ही आपत्तिजनक टिप्पणियां की गयीं हैं ।