क्या आपको ख़तरे की घंटियां सुनाई दे रही हैं।

 




क्या आपको ख़तरे की घंटियां सुनाई दे रही हैं।

ख़तरे की घंटियों पर ध्यान केंद्रित कीजिए।

*1. सम्पूर्ण निजीकरण से बेरोज़गारी के साथ आर्थिक गुलामी का आमंत्रण।*

*2. ईवीएम मशीन से वोटों की चोरी के बल पर सत्ता कब्जा में लेकर मनमाने निर्णय लेकर भयंकर बेरोज़गारी का निर्माण करके सामाजिक आर्थिक शैक्षणिक रूप से मूलनिवासियों की कमर को तोड़ा जा रहा है।*

*3. शिक्षित बुद्धिजीवियों को बेरोजगार बनाकर समाज को तबाही के दल दल में फंसाया जा रहा हैं, ओबीसी जनगणना नहीं करना, हिस्सेदारी नहीं देना।*

*4. क्या आपको इतनी ख़तरनाक ख़तरे की घंटियों की आवाज सुनाई दे रही है यदि दे रही हैं तो आपने क्या उपाय करना चाहिए।*

*5. क्या आपको और आपके समाज को अपने दोस्त दुश्मन के बारे में कोई जानकारी है।*

*6. क्या आपको और आपके समाज को अपने दोस्त दुश्मन की ताक़त, कमज़ोरी के बारे में जानकारी है।*

*7. क्या आप और आपका समाज ठीक से प्रशिक्षित हुआ ताकि दुश्मन की पहचान करके उससे मुक़ाबला कर सकें।*

*8. आपको इतनी ख़तरनाक ख़तरे की घंटियों की आवाज सुनाई दे रही है तो आपको आपके समाज को प्रशिक्षण कार्यक्रम में भेजकर प्रशिक्षित करना चाहिए ताकि भविष्य के संभावित खतरों से निपटा जा सके वरना गुलामी स्वीकार करना पड़ेगी*

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