*#स्वामी विवेकानंद ने 1893 मे शिकागो परिषद मे हिंदू धर्म पर भाषण दिया ही नही था*
क्योकि भारत मे हिंदू नाम का कोई धर्म ही अस्तित्व मे नही है इसका सबूत के साथ प्रमाण देखो 👆🏻
यह 👆1893 की शिकागो, अमेरिका में हुई "अंतर्राष्ट्रीय धर्म संसद का बैनर" है;
इसमें आपको हिन्दू नाम के धर्म जैसा कोई धर्म लिखा दिख रहा हो तो दिखाएं;
जबकि "ब्राह्मणनिज्म" धर्म जरूर लिखा है,
देखें नीले घेरे में| यह उनको भी दिखाओ जो इन फंडियों के बहकावे में आ के बावले हुए जाते हैं; जरा पूछो इनसे कि 1893 तक तो तुम इसको ब्राह्मण धर्म बोलते थे, इसका नाम हिन्दू कब से बना?
यह वही संसद है जिसमें स्वामी विवेकानंद का मशहूर भाषण हुआ था। और हमे ठोस ठोस कर बताया गया था की स्वामी विवेकानंद हिंदू धर्म पर भाषण देणे पहुंचे थेl
यहा पर तो बुद्धिस्म और ब्राम्हणिजम लिखा हुआ है...
हिंदुईजम कहा है ??
ब्राम्हणवादी पाखंडीयो का भांडाफोड करो..