पुलवामा हमले में मोदी चेक पोस्ट नहीं हटाता तो हमारा देश में हमारे देश के जवान हमारे देश के रक्षक जिनके पीछे हम नींद भर के सोते हैं उन 43 जवानों की मृत्यु नहीं होती वह आतंकवादी कहां से आए और यह कहां से सामग्री लाएइनकी जांच आज तक नहीं करवाई गई मोदी ने और सर्जिकल स्ट्राइक करके देश से वोट मांग कर सता हासिल करी फिर 2025 पहलगाव का हमला मोदी अमित शाह की निगरानी में हुआ यात्रियों की सुरक्षा के लिए मिलिट्री हटा ली गई पुलिस हटा ली गई और 10 दिन पहले अमित शाह कश्मीर में गया और नरेंद्र मोदी का कश्मीर का दौरा को आतंकवादी हमले के तीन दिन पहले रद्द किया गया और हमले के वक्त नरेंद्र मोदी इस्लामी देशों में यात्राएं कर रहा था मोदी ने दिल्ली में आकर कोई चर्चा नहीं करी आंतकवादियों द्वारा मारे हुए लोगों के लिए कोई श्रद्धांजलि के दो शब्द नहीं बोले सीधा बिहार की रैली में जाकर आतंकवादियों की चर्चा करी बिहार की जगह कश्मीर में जाकर सांत्वना देता तो देश का हम दर्दी माना जाता पाकिस्तान के नोठीकानों पर हमला करके मोदी यह नहीं बता रहा है की नो ठिकानों में कितने आतंकवादियों को मारा गया एक मकान में इतने आदमी रहते हैं तो ठिकानों में कितने रहते होंगे और मोदी भक्त मोदी मीडिया यह नहीं बता रहा है कि पाकिस्तान की ओर भारत की गोलीबारी में रोज कितने फौजी मर रहे हैं और देश के कितने नागरिक मारे जारहे हैं फिर नुकसान हुआ या फायदा हुआ यह नहीं बता रहे हैं यह इतना भयंकर मृत्यु का माजरा चल रहा है इसका जिम्मेदार नरेंद्र मोदी और अमित शाह ही है अब युद्ध में गोलीबारी में मर रहे हैं तो इसका जिम्मेदार कौन हैमीडिया क्यों नहीं बता रहा है आतंकवादियों को घुसने की जिम्मेदारी किसकी थी 2014 से पहले नरेंद्र मोदी चिल्ला चिल्ला कर बोलता था की दिल्ली में बैठे हुए लोगों की वजह से आतंकवाद होता है तो अब किसकी वजह से हो रहा है अब दिल्ली में कौन बैठा है अब स्ट्राइक करके कौन सी बहादुर कर ली नरेंद्र मोदी ने देश के जवान मारे जा रहे हैं नागरिक मारे जा रहे हैं सिर्फ सुरक्षा की वजह से क्या अब आतंकवाद खत्म हो जाएगा यह सब मूर्खों का वोट लेकर फिर मूर्ख राज करने का षड्यंत्र रचा गया है
जिसकी शासन प्रशासन व्यवस्था में निर्णायक, प्रभावी हिस्सेदारी होती है, उसी की सुनी जाती। इवीएम से चुनाव कराना जारी रहेगा वहां तक मूलनिवासी की किसी भी समस्या का समाधान आसान नहीं।