विश्व के महान वैज्ञानिक शोधकर्ता भारत के शोधकर्ता ब्राह्मण थे,कि नहीं थे,आओ ब्रह्मांणों की खोजों से परिचय कराते हैं। भारतीय ब्रहामण हिंदू खीर,मटकी,मेढक,मछृली से बच्चा पैदा करने खोज में अहम् भूमिका रही हैं।

 


लेबर पार्टी आंफ इंडिया की सोच कलम क्रांतिकारी!

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      विश्व के महान वैज्ञानिक शोधकर्ता भारत के  शोधकर्ता ब्राह्मण थे,कि नहीं थे,आओ ब्रह्मांणों की खोजों से परिचय कराते हैं। भारतीय ब्रहामण हिंदू खीर,मटकी,मेढक,मछृली से बच्चा पैदा करने खोज में अहम् भूमिका रही हैं। एक बनार हनुमान ने सुर्य को निगलवा दिया,पुष्पक विमान की खोज में राबण के पास पुष्पक विमान में उड़ता था, लेकिन बैज्ञानिक तकनीक आज भी विमान नहीं बना सकें हैं। 

      यह ब्रहामण यही नहीं रुके, नाक,कान,ढोढी,शरीर के छींकने,मैल से बच्चा पैदा कराने की बहुत पहले खोज कर चुके हैं,बंदर,भालु,पेड़,पक्षी से बात करने में माहिर हैं, इनके देबताओं की सवारी भी पक्षी,चूहा खरगोश,पशु पर सवारी भी करते हैं‌, इनके देवी देवताओं भगवानों पर सभी प्रकार के औजार होने के बाद आज जनता के काम नहीं? बल्कि इनके लिए धन दिलाने में सक्षम है,जनता इनकी ठगी धन देने में लगी हुई, जिससे इनकी शानो-शौकत का साधन बनीं हुईं हैं।

     भारतीय ब्रह्मांणों पूर्वज एक्सपेरिमेंट से बंदर पहाड़ लेकर उडा़ चुके हैं,बच्चे के गर्दन पर हाथी का सिर लगा चुके हैं।इतना ही नहीं चूहे पर हाथी की सवारी करवा चुके हैं। चूहा,पक्षी,जानबरों पर भी सबारी कर चुके हैं। यह सबकुछ हिंदू धर्म ग्रंथों में शोध हुए हैं। दुनिया में इस तरह का कोई शोध करने में कामयाब नहीं हुआ है। ब्राह्मणों की खोज में दुनिया के किसी शोध में इनकी खोज का कोई प्रमाण नहीं मिलता है। यह एससी- एसटी, पिछड़ी जाति वर्ग जातियों के लोगों के शिक्षित वेरोजगारों, रोजगारों, समझदारों को समझना चाहिए। 

      इन लोगों के महान एक्सपेरिमेंट व टेक्नोलॉजी से इनके सारे धर्म ग्रंथ भरे पडे़ हुए हैं। उस जमाने में भारत का डंका विश्व में बज रहा था,उस समय बैज्ञानिक और लोग अनपढ़ थे।तब खोज हुए और ग्रंथ लिखे गए थे। यह सब अंगुठा छाप ब्राह्मणों के द्वारा हुआ था, जिसके कारण ब्रहामणबाद और ब्रहामण उच्च बना। लेकिन आज पढ़ा लिखा, ओबीसी एससी एसटी के लोग मंदिर और ग्रंथ,भगबानों के अधीन नतमस्तक होकर अपने आने वाले समय और बच्चों को गुलाम बना रहे हैं। एक पढ़ें लिखे, महामानव, बोधिसत्व, डा अम्बेडकर ने सभी खोजों के पिटारों और ग्रंथों को संबिधान बनाकर खत्म कर दिया। इसलिए अब इस तरह की खोज नहीं हो रही है। हिंदू हिंदुत्व के द्वारा भारतीयता-संविधान को खत्म करना, लोगों को अनपढ़ बनाना भाजपा उद्देश्य है। 

      आज आरक्षण के कारण कुछ पढ़ें लिखे लोगों से ब्रहामण समाज को खतरा पैदा हो रहा है। इसलिए हिंदू, हिंदुत्व और हिन्दू राष्ट्र का अलक जगाकर कर हिंदू मुसलमान अन्य धार्मिक भावनाओं को खत्म किया जा रहा है। ब्रहामण टेक्नोलॉजी ही काम नहीं कर रही है। इसलिए संबिधान और लोकतंत्र को खत्म करने के लिए पूंजीवादी व्यवस्था बनाई जा रही है, यह एक्सपेरिमेंट कामयाब बनाने के लिए भाजपा काम कर रही है। यह बहुसंख्यक समाज को समझना जरूरी है।

   रुमसिहं राष्ट्रीय अध्यक्ष लेबर पार्टी आंफ इंडिया

       

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