*गुलामी का कारण जातिभेद*
सभी जाति के नेताओं को मैं बताना चाहता हूं कि अपनी दृष्टि दूर तक डाले , उसे पैर तक न रहने दें। जातिभेद खत्म करना आवश्यक है। जातिभेद का पालन करना पाप है। वह देशोन्नति के मार्ग में रुकावट है।उसे दूर करने के प्रयत्न जोरदार ढंग से होने चाहिए। इस बात को ध्यान में रखकर ही आप लोगों ने जाति परिषद आयोजित करना चाहिए।
हिन्दुस्तान में जो जातिभेद है , ऐसा प्रकार विश्व के किसी देश में नहीं है। हिन्दुस्तान में जो गुलामी हमने हजारों वर्षों से भोगी है , उसका मुख्य कारण जातिभेद ही है।
राजर्षि शाहू महाराज
श्री उदाजीराव मराठा विद्यार्थी वसतिगृह
नाशिक - 15 अप्रैल 1920
राजर्षि शाहू महाराज के भाषण / 45
संपादक - डॉ जयसिंगराव पवार
लोक कल्याणकारी राजा राजर्षि शाहू महाराज की 103 वीं पुण्यतिथि पर विनम्र अभिवादन