*WHO के अंतरिम एजेंडा....
महामारी संधि के पुरे रूल,
नियम जो आप के ऊपर जबरदस्ती थोपे जाएंगे....
प्रायोजित महामारी के पक्ष में 11 देशों को छोड़कर भारत समेत बाकी सभी देशों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। इसके साथ ही एजेंडा 2030 के विरुद्ध खड़ी सभी बाधाएं समाप्त हो गईं।
और प्रायोजित महामारी की जो लहर अब तक अटकी हुई थी, वह अब भारत पहुंच चुकी है।
प्रायोजित महामारी के विरुद्ध लिखने पर और अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स के बयान दिखाने के अपराध पर मेरी प्रोफाइल आईडी आज तक उठ नहीं पाई।
और फिर ज़ोंबी बन चुकी जनता, हिंदू मुस्लिम और क्रिकेट खेलने वाली जनता, देश के लुटेरों और माफियाओं की भक्ति में धुत्त जनता को जागरूक किया भी नहीं जा सकता। इनके आंखों के सामने हंसते खेलते लोग बेमौत मर रहे हैं प्रायोजित सुरक्षा कवच लेने के बाद, इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। लेकिन अब मीडिया फर्जी महामारी का आतंक फैलाएगी। डीएम, एसडीएम, पुलिस आतंक फैलाएंगे फर्जी महामारी का और वह सब कानूनी रूप से लीगल होगा। क्योंकि पेंडेमिक ट्रीटी साइन कर दिया है भारत ने।
अब मानवाधिकार निरस्त हो चुका है, निजता और चिकित्सा का मौलिक अधिकार और स्वतंत्रता निरस्त हो चुका है। अब नागरिकों की हैसियत पालतू मवेशियों से अधिक नहीं है। नागरिकों से यह स्वतंत्रता छीन ली गई है कि उन्हें फर्जी सुरक्षा कवच लेना है या नहीं लेना है। अब सरकार तय करेगी कि आपको कौन सा इलाज लेना है, कौन सा सुरक्षा कवच लेना है।
वैसे भी इंसानों की श्रेणी में आते ही कहां हैं माफियाओं के गुलाम देश के गुलाम नागरिक ?