भारत ने ये कौन सा ऑपरेशन कर दिया कि पुंछ में 15 भारतीय मारे गए, 50 लोग टूट फूटकर अस्पताल में पड़े हैं, सैकड़ों एकड़ फसल खराब हो गई। तमाम गांव नेस्तनाबूद हो गए। हजारों लोग अपने ही देश मे शरणार्थी बन गए हैं।
क्या जम्मू कश्मीर के पुंछ में मारे गए भारतीयों के देह से खून नहीं बहा है? उनके लिए भारत के देशभक्त नागरिकों का खून क्यों नहीं खौल रहा है? उनका धर्म पूछकर नहीं मारा गया है, इसलिए लोगों का खून नहीं खौला? वो ग्रामीण बेचारे तो कश्मीर में तफरी करने भी नहीं गए थे, अपनी खेती बाड़ी कर रहे थे, अपने घरों में सो रहे थे।