*"फुले" फिल्म को देखने की कई वजहें हैं:*
1. **ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व**: यह फिल्म ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले की प्रेरणादायक जिंदगी पर आधारित है, जिन्होंने 19वीं सदी में भारत में शिक्षा, सामाजिक सुधार और महिलाओं के अधिकारों के लिए क्रांतिकारी काम किया। उनकी कहानी प्रेरणा देती है और सामाजिक बदलाव के महत्व को दर्शाती है।
2. **शिक्षा और जागरूकता**: फिल्म दर्शकों को जातिगत भेदभाव, महिलाओं की स्थिति और शिक्षा के महत्व जैसे गंभीर मुद्दों पर सोचने के लिए प्रेरित करती है। यह इतिहास के एक महत्वपूर्ण हिस्से को समझने का मौका देती है।
3. **शानदार अभिनय और निर्देशन**: फिल्म में प्रभावशाली अभिनय (प्रियांशु पैन्यूली और अनघा अटूल जैसे कलाकार) और संवेदनशील निर्देशन (अनुराग साई द्वारा) है, जो कहानी को जीवंत बनाता है।
4. **सांस्कृतिक मूल्य**: यह फिल्म भारतीय समाज के मूल्यों, संघर्षों और सुधारकों के योगदान को उजागर करती है, जो हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है।
5. **प्रासंगिक संदेश**: आज के समय में भी समानता और शिक्षा के लिए फुले दंपति का संघर्ष प्रासंगिक है, जो दर्शकों को वर्तमान सामाजिक मुद्दों पर विचार करने के लिए प्रेरित करता है।
अगर आप इतिहास, सामाजिक सुधार, या प्रेरणादायक कहानियों में रुचि रखते हैं, तो "फुले" आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प विकल्प है l
*फूले फिल्म पैराडाइज टॉकीज फैजाबाद में दिनांक 9 मई 2025 से प्रातः 11:00 बजे से प्रथम शो तथा सायं 6:30 बजे से दूसरा शो चलेगा* l