विवाह में बांधा जाने वाला मंगलसुत्त यह बुद्ध के लोकप्रिय 38 मंगल सुत्त का प्रतीक है!बुद्ध नें बताए 38 मंगल सुत्त को लोग याद रख सके इसलिए मणी की माला को इस स्वरूप में बदल दिया गया था!
विवाह में आठ गाथा का गायन होता था!इसलिए इन्हे मंगल अट्ठगाथा कहते है!ब्राह्मण भिकखुओ नें इन इन गाथाओं को बदल दिया लेकिन नाम अभी भी वही "मंगलाष्टक"क़ायम है!
गाथा आठ ही क्यों?7 क्यों नहीं?9क्यों नहीं?क्योंकि आठ यह आठ अट्ठागिक मार्ग का अंक है!और आठ(अठ्ठ)यह शब्द भी पाली भाषा का है!लोग आज भी पाली भाषा के ही शब्दों का अधिकतर इस्तेमाल करते है!भले वे अपनी बौद्ध पहचान भूल गए हो!
-एस.के.खंडेराव