समता आवाज टीवी के मनोज अंताणी को खुलापत्र:
आयुष्मान मनोज अंताणी भी बीक चुका है?
सच्चा पत्रकार वहीं है, सच को देखें और सच्च को दिखाएं।
आकाश लामा 88 दिन तक सही था और अचानक ग़लत हो गया?
आकाश लामा के नेतृत्व में गठित समिति के साथ परामर्श करने के बाद धरना स्थगित करना बुद्धिमान व्यक्ति का निर्णय मानना चाहिए।
कैसे आंदोलन को बेच दिया?
कब आकाश लामा ने हिन्दू धर्म के विरुद्ध बोला? कब आकाश लामा ने हिन्दूओं के विरुद्ध टिप्पणी की?
आंदोलन के स्थान पर आकर उन सामणेर विनयाचार्य ने हिन्दूओं के विरुद्ध अनाप-शनाप बोला है।
12 लाख बौद्धों को बोधगया में आने का आह्वान सामणेर विनयाचार्य ने किया था। किसको पूछ के किया था?
समिति से पुछकर किया था?
संदिग्ध उपसंपदा लेकर चीवर पहने करूणा शील के करतूत गुजरात ने भुगता है, अब राजस्थान भुगत रहा है।
भन्ते आंनद को बोलने का विवेक नहीं है। किसी को भी गालियां देना उनका स्वभाव है। वर्तमान आंदोलन का नेतृत्व उनको देना नहीं चाहिए।
अंताणी भी, आप सही रास्ते पर चलें, वरना आपका नाम बदनाम होने में देर नहीं लगती।
रमेश बौद्ध बैंकर
पूरा आंदोलन,, बोधगया महाबोधी बुद्ध विहार मुक्ति आंदोलन, बौद्ध भिक्षु, आकाश लामा, चंद्र बोधी पाटिल, भीमराव यशवंत अंबेडकर, और आपके अनुसार सामनेर विनाचार्य, भंते आनंद बोधी, सभी संदिग्ध लग रहे हैं। यदि बोधगया महाबोधी बुद्ध विहार मुक्ति आंदोलन षड्यंत्र का शिकार हो गया तो, बौद्धों की विरासत पर ब्राह्मणों का ही हमेशा कब्जा रहेगा। आंदोलन सफल नहीं होगा।