UPSC 2024 का कल दिनांक 22/4/2025 को रिजल्ट आया।
सभी सफल उम्मीदवारों को बधाई।
कुल 1009 उम्मीदवार सफल घोषित किए गए।
जेनरल - सफल उम्मीदवारों कि संख्या - 335
EWS- सफल उम्मीदवारों कि संख्या -109
कुल सवर्ण सफल उम्मीदवारों कि संख्या - 444 - 44%(आबादी मात्र 10% के करीब)
ओबीसी - सफल उम्मीदवारों कि संख्या -318 - 31.5% (आबादी लगभग 60%)
अनुसूचित जाति -सफल उम्मीदवारों कि संख्या 160 -15.8%(आबादी 16.6%)
अनुसूचित जनजाति - सफल उम्मीदवारों कि संख्या 87- 8.6% (आबादी 8.6%)
लेकिन ओबीसी वर्ग के लिए उक्त रिजल्ट को देख कर खुशी के बदले गम मनाना चाहिए। उसका कारण निम्नलिखित है --
आईए सबसे पहले ओबीसी,एस टी, एस सी कि जनसंख्या के बारे में जानकारी हासिल करते हैं --
-1931ई कि जनगणना के मुताबिक देश में उस समय 52% आबादी थी।
-हाल के वर्षों में कई राज्य सरकारों ने जातिगत सर्वेक्षण कराकर जो डेटा सार्वजनिक किया, उसके अनुसार
बिहार में ओबीसी कि आबादी 63% से अधिक है।
तेलंगाना में ओबीसी कि आबादी 56%से अधिक है।
कर्नाटक में ओबीसी कि आबादी 70%है ।
इस प्रकार ओबीसी कि आबादी सम्पूर्ण देश में 60%के करीब माना जा सकता है।
कुल सफल उम्मीदवारों कि संख्या= 1009
जनसंख्या के मुताबिक ओबीसी होना चाहिए था 605
लेकिन सिर्फ 318 ओबीसी उम्मीदवार सफल हो पाए ।
287 ओबीसी का हिस्सा को सवर्णों में बांट दिया गया।
ओबीसी के हिस्सेदारी छीनने का मुख्य जरिया बनता है ओरल परीक्षा।
क्योंकि UPSC में 275 अंक का ओरल परीक्षा ली जाती है।
इसलिए हर ओबीसी को सरकार से यह मांग करना चाहिए कि नियुक्ति में मौखिक परीक्षा समाप्त की जाय, जिससे पक्षपात न हो सके ।
सारांश --1)ओरल परीक्षा हटाव का मुहिम प्रत्येक बहुजनों को चलाना चाहिए, ताकि आपको समुचित हक -अधिकार मिल सके।
2) प्रत्येक ओबीसी,एस टी, एस सी को इसे बार-बार पढ़ना चाहिए,जब तक बातें समझ में नहीं आ जाती है।
3) प्रत्येक ओबीसी, एस टी, एस सी तक इस संदेश को पहुंचाएं ताकि सभी कोई ओरल का खेल समझ सकें।