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अक्टूबर, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

अखंड भारत के शिल्पी लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल जी

बरेली जनपद मे अपना दल एस कार्यकर्ताओ ने अखंड भारत के शिल्पी लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल जी की पटेल चौक बरेली मे स्थित प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर राष्टनिर्माता का  144वाँ जन्मदिन मानाया इस मौके पर का.जिलाध्यक्ष आनन्द मोहन पटेल,के.के.चन्दानी जी,राजबहादुर जी,गजेन्द्र पटेल जी,एड. अनुज गंगवार जी ,एड.गोपेन्द्र पाल जी,ओम प्रकाश प्रधान जी,अजय पाल गंगवार जी,आशा गंगवार जी,योगेन्द्र पटेल जी,वालेश्वर शाख्यधर जी,बुद्ब सेन पटेल जी,भगवानदास जी, दिनेश पटेल जी,सुरेश चन्द्र भारद्बाज आदि साथी उपस्थित रहे  आनन्द मोहन पटेल  का.जिलाध्यक्ष बरेली

अंधविश्वास,  पाखण्ड भगाओ, देश बचाओ

रामायण महाभारत सब काल्पनिक कहानियां हैं इतिहास नहीं, यह बात सुप्रिम कोर्ट ने भी माना है। न कभी सतयुग, द्वापरयुग त्रेतायुग था और न ही कोई ब्रह्मा, विष्णु, शंकर ,राम ,कृष्ण ,हनुमान, रावण आदि पैदा हुए, ये सब ब्राह्मणों की लिखी काल्पनिक कहानियों के काल्पनिक पात्र हैं वैसे ही जैसे स्पाइडर मैन और शक्तिमान जैसी कहानियां हैं। मानव सभ्यता के विकास का इतिहास पढ़िए, मानव कब तक जंगलों में शिकार करके कच्चा मांस खाकर जीवित रहा, कब आग का आविष्कार करके मांस भूनकर खाने लगा, कब से खेती करने लगा, कब पत्तों से तन ढकना शुरू किया कब कपड़े का आविष्कार हुआ, कब लोहा, तांबा, पीतल, सोना, चांदी आदि धातुओं की खोज हुई, कब मानव ने लिखना-पढ़ना शुरू किया ,कब कागज का आविष्कार हुआ ? सब कुछ पूरे विश्व के इतिहास में दर्ज है और यह सब कुछ हजार साल पहले का इतिहास है जो पुरातात्विक सबूतों का अध्ययन करके लिखा गया है यह सत्य है या ब्राह्मणों के लिखे निराधार कपोल कल्पित सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग की कथित लाखों साल पहले की कहानियां? जिन्हें वे इतिहास बताते हैं तर्कशील बनिए बच्चों को भी तर्कशील बनाइए। जब से लोहे की खोज हुई यानी अ...

अंग्रेज शूद्रों के लिए भाग्य-विधाता साबित हुए

*अंग्रेज शूद्रों के लिए भाग्य-विधाता साबित हुए*     1- क्या आप लोग जानते हैं- अंग्रेजों ने जब लाईन पूरे देश में बिछाना शुरू किया तो ब्राह्मणों ने हिन्दू समाज को भड़काकर जबरदस्त विरोध किया। यह कहकर कि, धरती माता को लोहे से बांध रहे हैं। अधर्म हो जायेगा, महामारी फैल जायेगी, कोई नहीं बचेगा। कई जगहों पर दिन में लाईन बिछाई जाती थी और रात को उखड़वा देते थे। कहीं कहीं तो धार्मिक भावना भड़काकर देवी -देवता या भगवानों का ,लाईन उखाड़ कर, रातों-रात मन्दिर बनवा देते थे।     प्रमाण देखना है तो गाजीपुर ज़िले में दिल्ली-कोलकाता रूट पर, दिलदारनगर जंक्शन स्टेशन पर उखाड़ी लाईन पर ही शायर माई का मंदिर रातों-रात बनवा दिये। जबरदस्त विरोध के कारण अंग्रेज़ मंदिर नहीं हटा पाएं और ट्रैक को उन्हें मोड़ना पड़ा। आज़ भी दो ट्रैक के बीचो-बीच दिलदारनगर रेलवे स्टेशन पर मौजूद है।   जानते हैं ऐसा बिरोध क्यों? ब्राह्मणों का कहना था कि हम लोग शूद्र के साथ नहीं बैठ सकते हैं। पृथ्वी पर अधर्म हो जाएगा। हम लोगों के लिए अलग बोगी, नहीं तों डब्बे में ही अलग से ऊंची सीट ब्राह्मणों के लिए बनाना पड़ेगा, तभी ...

जब चंद टुकड़ों में कौम के सरदार  बिक  गये

*_जमीर   बिक   गया   किरदार   बिक   गये।_*  *_खून   से  छपकर  के  अखबार  बिक  गये।_* *_इस  कदर  लूटा  मुफलिस को सियासत ने।_* *_टूटे  फूटे  थे  जो  वो  घर  बार  बिक  गये।_* *_जिनपे था यकीं हक की आवाज़ उठाने का।_* *_वो  भी  आज  यहाँ  सरे  बाजार बिक  गये।_* *_सच्चाई की चादर ओढ़े अहले ईमान बैठे रहे।_*  *_पल भर  मे  झूठे  और  मक्कार    बिक  गये।_* *_शायद  दिखाई  ना दिया इन्हें दर्द मिल्लत का।_*  *_फिर यूँ हुआ की साहिब ए किरदार बिक गये।_* *_अब किस पर करे गुमान अपनी रहनुमाई का।_* *_जब चंद टुकड़ों में कौम के सरदार  बिक  गये।_*   A 🌹   k🌹

देश में भ्र्ष्टाचार - बेरोजगारी और महँगाई पर ➖अब पूरा देश रो रहा हैं

*वी, सी, राय वाराणसी, उत्तर प्रदेश🚸➖देशवासियो➖देश में भ्र्ष्टाचार - बेरोजगारी और महँगाई पर ➖अब पूरा देश रो रहा हैं➖‼🚸➖देशवासियो➖किसी भी देश के विकास में मीडिया का बहुत बड़ा हाथ होता हैं➖लेकिन अपने देश की मीडिया देश की आम जनता को ➖बेवकूफ बना रही हैं➖‼🚸➖देशवासियो➖इतिहास गवाह हैं➖जैसे रावण की लंका का दहन हनुमानजी ने किया था➖ठीक बैसे ही मोदी की झूठी लंका का दहन भी एक दिन काँग्रेस के हाथ के पंजों से ही होनी हैं➖जय काँग्रेस➖‼✅➖देशवासियो➖देश में ➖मन्दी की चर्चा को आज की➖ सरकार हर हाल में रोकेगी ➖ क्योंकी देश  में चुनाव अभी बाकी हैं 👌➖‼🚸➖* *देशवासियो➖देश में बीजेपी के राष्ट्रवाद से सिर्फ बीजेपी को फायदा हैं➖काँग्रेस के राष्ट्रवाद से पूरे भारत देश को फायदा हैं➖जय हिंद - जय काँग्रेस➖‼🚸➖जागों देशवासियो➖देशहित में➖जागों➖🇮🇳जय हिंद🇮🇳जय भारत🇮🇳जय हो🇮🇳‼*

किसान कोई उल्लु नहीं है

*किसानों को लगातार 10 घंटे बिजली देना है तो सुबह 8:00बजे से शाम 6:00 बजे तक सिर्फ दिन के समय में 10 घंटे विद्युत प्रदाय करें। रात्रि में नहीं। क्योंकि जिस तरह से पुरी दुनिया रात्रि में सोती है उसी तरह किसानों को भी रात्रि में विश्राम करने का अधिकार है किसान कोई उल्लु नहीं है जो जिसे रात रात भर जगा जाए ‌।* सहमत हो तो आगे शेयर करें जय जवान जय किसान

वल्लभ भाई पटेल के 'सरदार' बनने की कहानी

  फरवरी 1922 में अगर चौरी-चौरा की घटना न घटती तो गुजरात का बारदोली शायद सविनय अवज्ञा शुरू करने के लिए जाना जाता. लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. 1926 में बारदोली तालुका में किसानों से वसूले जाने वाले राजस्व में 30% कई वृद्धि कर दी गई. यह अन्याय था. किसानों ने इसका विरोध करने और बढ़ी हुई मालगुजारी न भरने का फैसला किया. लेकिन सरकारी तंत्र को नीचा दिखाना असंभव नहीं होता लेकिन उससे टकराना मुश्किल जरूर होता है. बारदोली के किसानों को एक ऐसे नेता की तलाश थी जो डरे हुए किसानों को उनकी ताकत का एहसास कराए, जो मुर्दों में भी प्राण फूंक दे.   बैरिस्टर बल्लभ भाई (पटेल) उस समय तक गुजरात में गांधी के बाद नंबर दो के नेता था. किसानों ने उन्हें बारदोली आने और नेतृत्व करने का निमंत्रण दिया. वे तुरंत बारदोली आए लेकिन नेतृत्व करने से पहले पूरे मामले को अच्छी तरह समझा और गांधी जी को समझाया. बढ़ी हुई मालगुजारी के विरोध में चलने वाले इस आंदोलन को नेतृत्व तो उन्होंने दिया लेकिन एक हफ्ते के समय के साथ... यह समय किसानों को दिया गया था, यह सोच-विचार करने के लिए कि अहिंसक आंदोलन करने के दौरान क्या-क्या स...

श्रीमती इन्दिरा गांधी जी का बलिदान दिवस

यदि मैं इस देश की सेवा करते हुए मर भी जाऊं,  मुझे इसका गर्व होगा.,  मेरे खून की हर एक बूँद इस देश की तरक्की में और इसे मजबूत और गतिशील बनाने में योगदान देगी - IndiraGandhi    🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 आज श्रीमती इन्दिरा गांधी जी का बलिदान दिवस है। आप के फौलादी इरादे और निडर फैसलों की सीख हर कदम पर हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी➖💐💐आपको हमारा शत् शत् नमन💐💐➖वी, सी, राय वाराणसी, उत्तर प्रदेश ➖!!

ब्राहमण और हममे ( ST, SC & OBC ) में क्या अंतर

*ब्राहमण और हममे में क्या अंतर ?*  +++++++++++++++++++++ वो धन के लिए लड़ता है , हम धर्म के लिए लडते हैं । वो संसद की तरफ दौडता है , हम तीर्थ स्थल की तरफ दौडते हैं । वो अपने बच्चो को कॉलेज भेजता है , हम मंदिर व कांवड़ लेने भेजते हैं । वो कथा भागवत करता है , हम कथा भागवत कराते हैं । वो हम से दान दक्षिणा लेता है , हम उसको दान दक्षिणा देते हैं । वो हमको झूठा आशीर्वाद देता है , हम उसके पैरों में पड़़ जाते हैं । वो हमको गुलाम बनाता है , हम उसके गुलाम बन जाते हैं । वो हमें मुसलमानों के प्रति भडकाता है , हम सब भडक जाते हैं । वो हमको बर्बाद करना चाहता है , हम उसको आबाद करना चाहते हैं । वो हमसे हमेशा ईर्ष्या रखता है , हम उससे हमेशा अनुराग रखते हैं । वो अपने घर में कभी सत्यनारायण की पूजा नहीं करता है , हम से हमेशा करवाता है । वो हमेशा सब की कुंडली बनाता है , पर अपनी कुंडली किसी से नहीं बनवाता । उसकी नजर पैसों पर रहती है , हमारी नजर कर्मकांडों पर रहती है। उसका अधिकार सभी मठ मंदिरों पर है,  हमारा अधिकार किसी मठ मंदिर पर नहीं । वो हर समय धन दौलत में खेलता है , हम अपनी रोटी के लिए दिन रात एक...

आर्थिक मंदी

*आर्थिक मंदी व शांततेसाठी जागतिक धम्म परिषद,- बौद्ध धम्मगुरू पुज्य दलाई लामा औरंगाबादेत*   जागतिक धम्म परिषदेचे औरंगाबाद येथे 22 ,23 व 24 नोव्हेंबर दरम्यान आयोजन करण्यात आले आहे. जागतिक बौद्ध धम्मगुरू पुज्य दलाई लामाजी यांच्येसह श्रीलंका, जपान, चीन, इंडोनेशिया या देशातील धम्मगुरू आणि पुज्य भिक्खू गण या धम्म परिषदेसाठी उपस्थित राहणार असल्याची माहिती पुज्य भदंत बोधीपालोजी महाथेरो ( अखिल भारतीय भिक्खू संघाचे महाराष्ट्र,अध्यक्ष) यांनी दिली. यावेळी लोकुत्तरा चैरिटेबल मिशन चे पुज्य भदंत काश्यपजी व सनदी अधिकारी आयुष्यमान डॉ. हर्षदीप कांबळे हे उपस्थित होते.  या परिषदेमध्ये जगातील आर्थिक मंदी आणि शांतता यावर ही चर्चा होणार आहे.     बौद्ध जगतातील जी काही महत्वाची बौद्ध चळवळीची ठिकाणे आहेत त्यामध्ये आपले स्वःताचे एक वेगळेपण जपून नव्याने उदयास येत असलेले चौका-औरंगाबाद येथे ही ऐतिहासिक धम्मपरिषद संपन्न होत आहे.     जागतिक धम्म परिषद औरंगाबाद शहरातील मिलिंद महाविद्यालयाच्या नागसेनवन परिसरामध्ये आयोजित करण्यात आली आहे. या परिषदेला जागतिक बौद्ध धम्मगुरू दलाई लामा...

☬WAHEGURU JI KA KHALSA☬* *☬WAHEGURU JI KI FATEH JI☬

  *☬* *ਵਾਹਿਗੁਰੂ* *ਜੀ* *ਕਾ* *ਖਾਲਸਾ* *☬* *☬* *ਵਾਹਿਗੁਰੂ* *ਜੀ* *ਕੀ* *ਫਤਿਹ*  *☬* *☬WAHEGURU JI KA KHALSA☬* *☬WAHEGURU JI KI FATEH JI☬* AMRITVELE DA HUKAMNAMA SRI DARBAR SAHIB SRI AMRITSAR, ANG 727, 31-Oct-2019 *ਤਿਲੰਗ ਬਾਣੀ ਭਗਤਾ ਕੀ ਕਬੀਰ ਜੀ  ੴ ਸਤਿਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ॥   ਬੇਦ ਕਤੇਬ ਇਫਤਰਾ ਭਾਈ ਦਿਲ ਕਾ ਫਿਕਰੁ ਨ ਜਾਇ ॥   ਟੁਕੁ ਦਮੁ ਕਰਾਰੀ ਜਉ ਕਰਹੁ ਹਾਜਿਰ ਹਜੂਰਿ ਖੁਦਾਇ ॥੧॥ ਬੰਦੇ ਖੋਜੁ ਦਿਲ ਹਰ ਰੋਜ ਨਾ ਫਿਰੁ ਪਰੇਸਾਨੀ ਮਾਹਿ ॥ ਇਹ ਜੁ ਦੁਨੀਆ ਸਿਹਰੁ ਮੇਲਾ ਦਸਤਗੀਰੀ ਨਾਹਿ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥ ਦਰੋਗੁ ਪੜਿ ਪੜਿ ਖੁਸੀ ਹੋਇ ਬੇਖਬਰ ਬਾਦੁ ਬਕਾਹਿ ॥ ਹਕੁ ਸਚੁ ਖਾਲਕੁ ਖਲਕ ਮਿਆਨੇ ਸਿਆਮ ਮੂਰਤਿ ਨਾਹਿ ॥੨॥* *तिलंग बाणी भगता की कबीर जी   ੴ सतिगुर प्रसादि ॥   बेद कतेब इफतरा भाई दिल का फिकरु न जाइ ॥   टुकु दमु करारी जउ करहु हाजिर हजूरि खुदाइ ॥१॥  बंदे खोजु दिल हर रोज ना फिरु परेसानी माहि ॥ इह जु दुनीआ सिहरु मेला दसतगीरी नाहि ॥१॥ रहाउ ॥ दरोगु पड़ि पड़ि खुसी होइ बेखबर बादु बकाहि ॥ हकु सचु खालकु खलक मिआने सिआम मूरति नाहि ॥२॥* Tilang, The Word Of Devotee Kabeer Jee:   One Universal Creator God. By The Grace Of The True Guru:  The Veda...

तेली समाज - जब जरूरत थी चमन को तो लहू *हमने दिया,अब बहार आई तो कहते* हैं तेरा काम नहीं

*— जिस तेली समाज ने कोल्हू बना कर तेल निकाला खाने में स्वाद दिया सुंदरता दी, जिस तेली समाज के तेल की पूजा के बिना कोई शुभ कार्य नही होता है, ऐसे समाजसेवी समाज के लोग श्रेष्ठ नही है ?* https://t.co/IoD9icCDyG    ―जब जरूरत थी चमन को तो लहू *हमने दिया,अब बहार आई तो कहते* हैं तेरा काम नहीं ― *―ऐ मेरे बहुजन समाज के पढ़े लिखे लोगों जब तुम पढ़ लिखकर कुछ बन जाओ तो कुछ समय ज्ञान,पैसा,हुनर उस समाज को देना जिस समाज से तुम आये हो —*         ― तुम्हारें अधिकारों की लड़ाई लड़ने *के लिए मैं दुबारा नहीं आऊंगा,ये क्रांति का रथ संघर्षो का कारवां ,जो मैं* बड़े दुखों,कष्टों को सहकर यहाँ तक ले आया हूँ,अब आगे तुम्हे ही ले जाना है       *―साथियों एक बात याद रखना आज करोड़ों लोग जो बाबासाहेब जी,माँ रमाई के संघर्षों की बदौलत कमाई गई रोटी को मुफ्त में बड़े चाव और मजे से खा रहे हैं ऐसे लोगों को इस बात का अंदाजा भी नहीं है जो उन्हें ताकत,पैसा,इज्जत,मान-सम्मान मिला है वो उनकी बुद्धि और होशियारी का नहीं है बाबासाहेब जी के संघर्षों की बदौलत है –* जय हो उन सभी गुमनाम ...

सांसदों का बेतन फिर से बड़ा दिया गया

आदरणीय।  भारतीय समाज सेवक सांसदों का बेतन फिर से बड़ा दिया गया । इनके बेतन के लिए किसी बेतन आयोग की जरूरत नही होती है इनके बेतन बढ़ने से देश और सरकार पर कोई बोझ नही पड़ता है इसलिए इनसे कोई भी इनकम टैक्स भी नही लिया जाता है । इनकी आमदनी कितनी ही बढ़ जाये छापे मारी की जरूरत नही होती लेकिन किसी विरोधी  को कभी कभी सी बी आई और ई दी के हवाले जरूर किया जाता है क्योकि 99% तो हमारे नेता ईमानदार और देश भक्त ही है । सरकारी कर्मचारियों को दिया जाने बाला देश पर बोझ डालता है और फिर से सरकारी कर्मचारी भृष्ट  ओर मक्कार कामचोर बलात्कारी भी होते है इसलिए इनको नोकरी से निकलना बेतन नही देना या फिर  सरकारी विभागों को ही बेच देना  राष्ट्र हित मे ठीक भी है ।क्योकि  देश के सरकारी संस्थानों को बेच कर करोड़ो अरबो रुपया  ओर कमीशन के रूप में ट्रिलियन डॉलर मिल रहा है तो सरकार क्यो सरकारी विभागों ओर उनके कर्मचारियों का बोझ उठाये क्योकि ये सब जनता का शोषण करते है । सरकार के नेता मंत्री और अफसरों के साथ व्यापारी जनता को बहुत अच्छी सेवा देते है और पूजा की थाली सजाकर आरती के साथ फूल मालाएं ...

बसपा को हराने के लिए सपा को पसंद करेंगे मनुवादी! क्यों

बसपा को हराने के लिए सपा को पसंद करेंगे मनुवादी! क्यों? -डाॅ.एम.आर.रैपुरिया  ***************************************** "बीजेपी द्वारा इस उपचुनाव में सपा को कुछ सीटें जिताने और बसपा को एक भी सीट नहीं जीतने देने को जनता समझ रही है" -सुश्री मायावती --------------------------------------------------------------------- 'द प्रिंट' के विश्लेषक ने अपने आलेख में यदि बसपा सुप्रीमो के उपर्युक्त ट्विट को समझा होता तो वह बसपा का विकल्प सपा को स्थापित करने से बचता। बसपा सुप्रीमो के ट्विट में ईवीएम की तरफ निशाना है जिसे बहुत कम बुद्धजीवियों की बुद्धि समझ पा रही है। क्योंकि  ब्रह्मास्र ईवीएम को सबसे पहले ११मार्च २०१७ को बहिनजी के द्वारा बैन करने की मांग की गई थी और आज भी जारी है। लोकसभा२०१९ में  ५०-६० सीटों के प्रबल जीत के दावेदार बसपा-सपा गठबन्धन में बसपा को १० और सपा को ५ सीटें मिली। बसपा को  सीटें सपा से अधिक मिलने के बाद भी उन्होंने आशा के विपरीत परिणाम के मद्देनजर ईवीएम के दुरुपयोग  का आरोप लगाया और  कहा कि ये सीटे बसपा-सपा को दे दी गईं हैं ताकि ईवीएम पर किसी को शक न ...

हृदय को चीरती अयोध्या की एक तस्वीर

हृदय को चीरती अयोध्या की एक तस्वीर 133 करोड़ के अनजले दियों में से तेल बटोरता भारत का भविष्य..

उस समय न तो भारतीय प्रधानमंत्री के लिए कोई पीआर एजेंसीयाँ /इवेंट मैनेजर नहीं हुआ करती थीं

   *वी, सी, राय वाराणसी, उत्तर प्रदेश🚸➖देशवासियो➖देश के प्रधानमंत्री नेहरूजी सन 1956 में जब अमेरिका दौरे पर गये ➖उन्हें एयरपोर्ट पर खुद अमरीकी राष्ट्रपति रिसीव करने आये➖उस समय नेहरूजी की एक झलक पाने के लिए अमरीका की सड़कों पर अमरीका की सड़कों पर अमरीकी नागरिकों का हुजूम उमड़ पड़ा था➖खास बात ये थी कि➖* 👍➖उस समय न तो भारतीय प्रधानमंत्री के लिए कोई पीआर एजेंसीयाँ नहीं हुआ करती थीं ➖और न ही कोई इवेंट मैनेजर 👌!! 👍➖भारत सरकार के पास इतना धन भी नहीं था कि वो अपने खर्चे पर कोई बड़ा समारोह अमरीका में आयोजित करा सके➖उनके बाद भी भारतीय प्रधानमंत्रियों के अनेकों अमरीकी दौरे हुए➖ हमने कभी अमरीकी राष्ट्रपति को उनके लिए बारिश में छाता पकड़े देखा👌 तो 👍कभी उन्हें उनकी कार तक छोड़ने आते हुए👌!!👍➖एक भी ऐसा अवसर नहीं आया जब अमरीका में भारतीय पीएम को अपमानित होना पड़ा हो👌!! 👍➖कल के मेगा इवेंट के बाद टीवी मीडिया और कुछ लोग ऐसा समझाने में लगे हैं,जैसे कुछ "अभूतपूर्व" घटा हो,जैसे कुछ "आश्चर्यजनक" हुआ हो👌!! ✅➖अपने खर्चे पर,अपने लोगों को एक साथ अमरीका में इकट्ठे करके किये गए पीएम मोदी के ...

ना दिवाली होती, और ना पठाखे बजते

ना दिवाली होती, और ना पठाखे बजते ना ही ईद होती, ना बकरे शहीद होते तू भी इन्सान होता, मैं भी इन्सान होता, …….काश कोई धर्म ना होता.... …….काश कोई मजहब ना होता.... ना अर्ध देते, ना स्नान होता ना मुर्दे बहाए जाते, ना विसर्जन होता जब भी प्यास लगती, नदीओं का पानी पीते पेड़ों की छावं होती, नदीओं का गर्जन होता ना भगवानों की लीला होती, ना अवतारों का नाटक होता ना देशों की सीमा होती , ना दिलों का फाटक होता ना कोई झुठा काजी होता, ना लफंगा साधु होता ईन्सानीयत के दरबार मे, सबका भला होता  तू भी इन्सान होता, मैं भी इन्सान होता, …….काश कोई धर्म ना होता..... …….काश कोई मजहब ना होता.... कोई मस्जिद ना होती, कोई मंदिर ना होता कोई दलित ना होता, कोई काफ़िर ना होता कोई बेबस ना होता, कोई बेघर ना होता किसी के दर्द से कोई बेखबर ना होता ना ही गीता होती , और ना कुरान होती, ना ही अल्लाह होता, ना भगवान होता तुझको जो जख्म होता, मेरा दिल तड़पता. ना मैं हिन्दू होता, ना तू मुसलमान होता तू भी इन्सान होता, मैं भी इन्सान होता.......

☬WAHEGURU JI KA KHALSA☬* *☬WAHEGURU JI KI FATEH JI☬

*☬* *ਵਾਹਿਗੁਰੂ* *ਜੀ* *ਕਾ* *ਖਾਲਸਾ* *☬* *☬* *ਵਾਹਿਗੁਰੂ* *ਜੀ* *ਕੀ* *ਫਤਿਹ*  *☬* *☬WAHEGURU JI KA KHALSA☬* *☬WAHEGURU JI KI FATEH JI☬* Amritvele Da Hukamnama Sri Darbar Sahib, Sri Amritsar, Ang  729, 30-Oct-2019 *ਸੂਹੀ ਮਹਲਾ ੧ ਘਰੁ ੬  ੴ ਸਤਿਗੁਰ ਪ੍ਰਸਾਦਿ ॥  ਉਜਲੁ ਕੈਹਾ ਚਿਲਕਣਾ ਘੋਟਿਮ ਕਾਲੜੀ ਮਸੁ ॥  ਧੋਤਿਆ ਜੂਠਿ ਨ ਉਤਰੈ ਜੇ ਸਉ ਧੋਵਾ ਤਿਸੁ ॥੧॥ ਸਜਣ ਸੇਈ ਨਾਲਿ ਮੈ ਚਲਦਿਆ ਨਾਲਿ ਚਲੰਨ੍ਹ੍ਹਿ ॥  ਜਿਥੈ ਲੇਖਾ ਮੰਗੀਐ ਤਿਥੈ ਖੜੇ ਦਿਸੰਨਿ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥  ਕੋਠੇ ਮੰਡਪ ਮਾੜੀਆ ਪਾਸਹੁ ਚਿਤਵੀਆਹਾ ॥ ਢਠੀਆ ਕੰਮਿ ਨ ਆਵਨ੍ਹ੍ਹੀ ਵਿਚਹੁ ਸਖਣੀਆਹਾ ॥੨॥  ਬਗਾ ਬਗੇ ਕਪੜੇ ਤੀਰਥ ਮੰਝਿ ਵਸੰਨ੍ਹ੍ਹਿ ॥  ਘੁਟਿ ਘੁਟਿ ਜੀਆ ਖਾਵਣੇ ਬਗੇ ਨਾ ਕਹੀਅਨ੍ਹ੍ਹਿ ॥੩॥  ਸਿੰਮਲ ਰੁਖੁ ਸਰੀਰੁ ਮੈ ਮੈਜਨ ਦੇਖਿ ਭੁਲੰਨ੍ਹ੍ਹਿ ॥  ਸੇ ਫਲ ਕੰਮਿ ਨ ਆਵਨ੍ਹ੍ਹੀ ਤੇ ਗੁਣ ਮੈ ਤਨਿ ਹੰਨ੍ਹ੍ਹਿ ॥੪॥  ਅੰਧੁਲੈ ਭਾਰੁ ਉਠਾਇਆ ਡੂਗਰ ਵਾਟ ਬਹੁਤੁ ॥  ਅਖੀ ਲੋੜੀ ਨਾ ਲਹਾ ਹਉ ਚੜਿ ਲੰਘਾ ਕਿਤੁ ॥੫॥  ਚਾਕਰੀਆ ਚੰਗਿਆਈਆ ਅਵਰ ਸਿਆਣਪ ਕਿਤੁ ॥  ਨਾਨਕ ਨਾਮੁ ਸਮਾਲਿ ਤੂੰ ਬਧਾ ਛੁਟਹਿ ਜਿਤੁ ॥੬॥੧॥੩॥*      *सूही महला १ घरु ६  ੴ सतिगुर प्रसादि ॥  उजलु कैहा चिलकणा घोटिम कालड़ी मसु ॥  धोतिआ जूठि न उत...

यूरोपियन यूनियन से आए बाक़ी सांसदों की तरह एक NGO के ख़र्चे पर भारत में सैर-सपाटे का निमंत्रण भेजा गया था।‬

‪क्रिस डेविस‬ नॉर्थ इंग्लैंड से सांसद है। इनको भी 26 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक यूरोपियन यूनियन से आए बाक़ी सांसदों की तरह एक NGO के ख़र्चे पर भारत में सैर-सपाटे का निमंत्रण भेजा गया था।‬ ‪निमंत्रण भेजने वाली एनजीआे ने इन्हें बताया कि फेस्टिवल ऑफ लाइट (दिवाली) के अतिरिक्त भारत में लगातार दूसरा चुनाव जितने वाले प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्यालय में आपका स्वागत होगा एवं आपको कश्मीर की यात्रा पर भी ले जाया जाएगा।‬ आपके भारत आने-जाने और ठहरने की सारी सुविधाएँ मुफ़्त है। आपको एक प्रेस कॉन्फ़्रेन्स करना होगा।(स्वाभाविक है क्या बोलना होगा) क्रिस डेविस ने NGO की Head मादी शर्मा की E-mail सार्वजनिक कर सारी पोल खोल दी है। यह Madi Sharma ट्विटर पर अपने आपको International Business Broker अर्थात् अंतरराष्ट्रीय व्यापार का दलाल और व्यवसायी बताती है। (फ़ोटो में देखें) आपकी जानकारी के लिए बता दूँ यूरोपियन यूनियन के MP जो अप्रत्यक्ष रूप से सरकारी ख़र्चे से देश में घूम रहे है वो सभी वहाँ के विपक्षी सांसद है और बीजेपी जैसी दक्षिणपंथी पार्टियों का प्रतिनिधित्व करते है। ‪क्रिस डेविस उनके साथ इसलिए नहीं आए क्यो...

याचिका - राजनेताओं के पेंशन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर इसे साझा करें और समर्थन करें

  याचिका - राजनेताओं के पेंशन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दायर इसे साझा करें और समर्थन करें🙏 अब नेताओं के नेता ने आपके मूल्यांकन के लिए भेजते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है। भारत के प्रिय / सम्मानित नागरिकों ... आपसे अनुरोध है कि इस संदेश को पढ़ें और यदि आप सहमत हैं तो कृपया सभी लोगों को अपने संपर्क में भेजें और बदले में उन्हें भी आगे भेजने के लिए कहें। तीन दिनों में, यह संदेश पूरे भारत में होना चाहिए। भारत में हर नागरिक को आवाज उठानी चाहिए। __ 2018 सुधार अधिनियम सांसदों को पेंशन नहीं मिलनी चाहिए क्योंकि राजनीति नौकरी या रोजगार नहीं है, बल्कि एक मुफ्त सेवा है। - राजनीति लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत एक चुनाव है, कोई सेवानिवृत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें फिर से उसी स्थिति में चुना जा सकता है। (वर्तमान में उन्हें 5 साल की सेवा के बाद पेंशन मिलती है)। इसमें एक और विकार यह है कि अगर कोई व्यक्ति पहले पार्षद रहा है, तो विधायक बन जाता है और फिर सांसद बन जाता है, तो उसे एक नहीं बल्कि तीन पेंशन मिलती है। यह देश के नागरिकों के साथ एक बड़ा विश्वासघात 😲है, जिन्हें इसे रोकने क...

जानिए अछूत कब और क्यों और कैसे बने हिन्दू

  *जानिए अछूत कब और क्यों और कैसे बने हिन्दू-*😳😳 क्या आपको पता है की अछूतो को सबसे पहले *1911* की जनसँख्या गणना में हिन्दू धर्म में शामिल किया गया था ? उससे पहले की जनसँख्या गणना में *अछूत हिन्दू नहीं कहलाते थे बल्कि अवर्ण थे* ,  यानी की चारो वर्णों से बाहर थे।  जो हिन्दू नहीं थे और हिन्दू धर्म के लोग उन्हें हिन्दू नहीं सिर्फ *अछूत* मानते थे । अछूतो को हिन्दू धर्म में शामिल करने की हिन्दुओ की मज़बूरी क्या थी? क्या ऐसा कारण था की जो हिन्दू पहले अछूतो को हिन्दू ही नहीं मानते थे अचानक उन्हें हिन्दू मानने लगे और जनसँख्या गणना में उन्हें हिन्दू कहलवाने लगे? इसके दो कारण थे, पहला कारण था जनसँख्या के आधार पर मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान की मांग रख दी थी, अब यदि अछूतो को हिन्दुओ से अलग कर दिया जाए तो कितनी संख्या कम हो जायेगी हिन्दुओ की ...  अत: अपनी जनसँख्या अधिक दिखाने के लिए मजबूरन हिन्दू धर्म के ठेकेदारो ने अछूतो को सरकारी आंकड़ो में हिन्दू लिखवाना शुरू कर दिया, पर उनका व्यवहार अछूतो के साथ पूर्व जैसा बना रहा । दूसरा कारण था की मुसलमनो को देख कर अछूतो में भी पृथकनिर्वाचन क...

2019 की पुस्तकों की सूची 

फुले-डॉ आंबेडकर, दलित, पिछड़ा वर्ग, आदिवासी और बौद्ध धम्म पुस्तक भंडार / Phule-Dr. Ambedkar, Dalit, OBC, आदिवासियों and Buddhist Book's Store 2019 की पुस्तकों की सूची  हमारी वेबसाइट पर आॅर्डर कर सकते हैं www.nspmart.com या संपर्क करें : मो. 8851188170, WA 8447913116.  A. डॉ. भीमराव अम्बेडकर की लिखित पुस्तकें व भाषण :- 1. कांग्रेस और गांधी ने अछूतों के लिए क्या किया ? (रु 250) 2. अछूत कौन और कैसे? (रु 100) 3. शूद्रों की खोज (रु 200) 4. जातिभेद का बीज्नाश (रु 75) 5.वीसा की प्रतीक्षा में (रु 40) 6. बुद्धा और कार्ल मार्क्स (रु 40) 7. डॉ. आंबेडकर के प्रेरक भाषण (मराठी भाषणों का हिंदी अनुवाद) : रु 175. 8. हिन्दू धर्म की पहेली (रु 250 ) 9. साम्प्रदायिकता और उसकी गुत्थी (रु 40) 10. राज्य और अल्पसंख्यक (रु 60) 11. बौद्ध धम्म और साम्यवाद : रु 100. 12. रानाडे गांधी और जिन्ना (रु 40) 13. गांधी और अछूत विमुक्ति (रु 70) 14. पाकिस्तान अथवा भारत का विभाजन (रु 300) 15. क्रांति और प्रतिक्रांति (रु 300) 16. बुद्ध और उनका धम्म (रु 200) 17. संघ बनाम स्वतंत्रता (रु 60) 18. डॉ आंबेडकर की साक्षी साऊथ...

33 करोड देवी देवताओं का कोई अस्तित्व नहीं मीला

धरती की खुदाई में लाखो साल पहले के डायनासोर के कंकाल मिल गयें, डायनासोर के अंडे मिल गयें,  जीव जंतू मिल गयें, बुद्ध की मुर्तिया मिल गई, हजारों साल पुरानी सिंधु घाटी सभ्यता मिल गई, मिश्र की सभ्यता मिल गई, मसोपोटेमिया  की सभ्यता मिल गई, जो जो अस्तित्व में थे सब मिल गयें . . . .  *लेकिन अभी तक की खुदाई में ना ब्रम्हा मिला,**ना विष्णु मिला, ना शिव मिले, ना राम मिला* *ना कृष्ण ना ही 33 करोड देवी देवताओं का कोई अस्तित्व*!इन्हें आसमान निगल गया या धरती  ?यही तो सभी जागृत भारतीयों को सोचना चाहिए कि इन्हें किन लोगो ने रचा, बनाया और इनके  अस्तित्व से किनको फायदा है  जानो, छानो ,फिर मानों इन्सान ने ही भगवान का निर्माण किया है इसके तार्किक सबूत निम्नलिखित है: 👇 मनुष्य के अलावा दुनिया का एक भी प्राणी भगवान को नहीं मानता ।    जहाँ इन्सान नहीं पहुँचा वहाँ एक भी मंदिर मस्जिद या चर्च नहीं मिला ।  अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देवता है। इसका मतलब इन्सान को जैसी कल्पना सूझी वैसा भगवान बनाया ।  दुनिया में अनेक धर्म पंथ और उनके अपने-अपने      देवता...